पटना:बिहार पुलिस की विशेष टीम ने सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थाओं में नौकरी और नामांकन दिलवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. ये लोगों को सरकारी और निजी संस्थाओं में नौकरी दिलाने के एवज में लाखों रुपए की उगाही किया करते थे. इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. ये सभी अंतरराज्यीय बताए जा रहे है.
'नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे फर्जीवाड़ा'
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया है कि यह गिरोह बिहार पुलिस, दरोगा बिहार पुलिस, सिपाही परीक्षा बिहार, विधानसभा बहाली, एएनएम नर्स, इंडियन नेवी, कोल इंडिया लिमिटेड और एयरपोर्ट जैसी संस्थाओं में नामांकन और नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया करता थे. इस गिरोह के लोग अभ्यर्थियों से सैनिक परीक्षा पास कराने के नाम पर 15 लाख रुपए, इंजीनियरिंग परीक्षा पास कराने के नाम पर 8 लाख रुपये और एएनएम नर्स के लिए 2 से 3 लाख रुपए लेते थे.
कई कीमती समान बरामद
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार सेटरों के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, एप्पल के आईफोन, हार्ले डेविडसन बाइक, लाखों रुपए कैश, कई बैंकों के पास बुक, एटीएम, 10 चेक बुक और कई छात्रों के मूल प्रमाण पत्र सहित कई प्रमाण पत्र भी पुलिस ने बरामद किए हैं. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपी अच्छे खासे पढ़े-लिखे हैं. किसी ने इंजीनियरिंग कर रखा है, तो किसी ने बीबीए कर रखा है.
जांच में जुटी पुलिस
एसएसपी ने बताया कि हमारे सूत्र बताते हैं कि इस पूरे फर्जीवाड़ा गिरोह का साथ मास्टरमाइंड अतुल वत्स के साथ है. उसी के इशारे पर यह पूरा गिरोह राजधानी पटना में अपना नेटवर्क फैला रहा था. इस गिरोह के तार दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. एसएसपी ने बताया कि फिलहाल इस पूरे गिरोह के छह सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बाकी के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.