पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार (grand coalition government) के मंत्रिमंडल का मंगलवार को विस्तार किया गया है. शपथ ग्रहण के बाद बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि सबसे पहले मंत्रिमंडल विस्तार में सामाजिक समीकरण को ध्यान में नहीं रखा गया है. जिस ए टू जेड की बात तेजस्वी या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Chief Minister Nitish Kumar) करते थे, वह मंत्रिमंडल विस्तार में नहीं दिखा है.
सारे मलाईदार विभाग राजद के हिस्से : साथ ही उन्होंने कहा कि सारे मलाईदार विभाग तेजस्वी यादव ने अपने पास रखा है. जिस तरह से मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है पूरी तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार असहाय दिख रहे हैं. बिहार के विकास के लिए कुल बजट की जो राशि खर्च की जाती है, उसमें लगभग 80 फीसद राशि इन चारों विभागों से खर्च किया जाता है जिसे तेजस्वी यादव ने अपने पास रख लिया है.
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मंत्रिमंडल को लालूमय बनाने का आरोप : प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही दिख गया कि किस तरह से राष्ट्रीय जनता दल ने एम वाय समीकरण को साधने की कोशिश की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहीं से भी इन सब बातों पर विचार नहीं किए हैं. जिस वोट को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीति करते हैं खासकर कोइरी और कुर्मी के वोट को लेकर,उन्हें इसी तरह जगह दे दी गई है और सारी मलाईदार विभाग तेजस्वी यादव ने अपने पास रख लिया है. चाहे वह स्वास्थ्य हो, चाहे वह पथ निर्माण हो, चाहे वह ग्रामीण कार्य हो या चाहे वह नगर विकास हो, इसका मतलब साफ है कि मुख्यमंत्री ने राजद के सामने घुटने टेक दिया है और पूरा मंत्रिमंडल लालूमय हो गया है.
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