पटना: शहर में मच्छरों के कारण डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. राजधानी में कई मुहल्ले ऐसे हैं, जहां डेंगू मरीजों की संख्या दहाई अंक में है. ऐसे हालात से निपटने के लिए पटना नगर निगम के 75 फॉगिंग मशीन शहर के लिए मंगाये जाने हैं. मंगलवार को 75 में से 10 फॉगिंग मशीनों को मेयर और उपमेयर ने हरी झंडी दिखाकर वार्ड में भेज दिया. जिससे मच्छरों की समस्या से निजात मिले सके. फॉगिंग मशीनों के नियमित इस्तेमाल से अब शहर में मच्छरों की संख्या में कमी आएगी, जिससे लोग कम बीमार होंगे.
पटना: 10 फॉगिंग मशीनों को किया गया रवाना, मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव की कवायद
इसी साल फरवरी महीने में निगम प्रशासन ने 75 बड़ी और 75 हैंड फॉगिंग मशीनें खरीदने का निर्णय लिया गया था. इसमें प्रत्येक वार्ड में एक बड़ी और एक हैंड फॉगिंग मशीन उपलब्ध करायी जाने की भी बात कही गयी थी.
हर वार्ड में होगा एक फॉगिंग मशीन
राजधानी के कुछ खास इलाकों में मच्छरों की वजह से मलेरिया और डेगू की समस्या पैदा हो जाती है. नियमित तौर पर फॉगिंग नहीं होने से शहर के लोग परेशान रहते हैं. पटना नगर निगम 75 वार्डों को लिए 75 फॉगिंग मशीन लगाने जा रही है. जिससे हर वार्ड में एक-एक फॉगिंग मशीन होगी. नगर निगम के मेयर ने बताया कि बाकी के 65 मशीन भी जल्दी देखने को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि पटना नगर निगम शहर की सुरक्षा को लेकर तत्पर है. फॉगिंग मशीन के होने से शहर के लोगों को मच्छरों से कोई भी बीमारी नहीं होगी.
150 फॉगिंग मशीनें खरीदने का फैसला
इसी साल फरवरी महीने में निगम प्रशासन ने 75 बड़ी और 75 हैंड फॉगिंग मशीनें खरीदने का निर्णय लिया गया था. इसमें प्रत्येक वार्ड में एक बड़ी और एक हैंड फॉगिंग मशीन उपलब्ध करायी जाने की भी बात कही गयी थी. छोटी हैंड फॉगिंग मशीनें लेने के पीछे नगर निगम का उदेश्य पतली-से-पतली गलियों में भी नियमित मच्छर मारने की दवाओं का छिड़काव कराना था.