पटना: डोर टू डोर कूड़ा उठाव में पटना नगर निगम ने शहर वासियों को राहत दी है. मेयर की अध्यक्षता में स्टैंडिंग कमिटी की 49 वीं बैठक हुई. इस बैठक में स्टडी कमेटी के सदस्य सहित निगम प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे. सभी नेलॉकडाउन के दौरान शहरवासियों को हो रही परेशानी को लेकर यह फैसला लिया कि शहरवासियों से लॉकडाउन की अवधि तक लोगों से कचरा उठाव को लेकर शुल्क न लिया जाए.
इसे भी पढ़ें:बिहार सरकार का बड़ा निर्णयः मई माह के वेतन भुगतान को लेकर दिया ये आदेश
पटनावासियों को नगर निगम ने दी रियायत
आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट के तहत कचरा उठाओ को लेकर जो शुल्क निर्धारित की गई थी. उन दरों में संशोधन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी. क्योंकि देखा जा रहा था कि लॉकडाउन की अवधि तक जितने भी प्रतिष्ठान हैं. सभी दुकानें बंद हैं, उनकी कमाई नहीं हो रही है. ऐसे में उनसे कूड़ा उठाओ को लेकर शुल्क कैसे लिया जाए. इसके राहत के लिए स्टैंडिंग कमेटी ने यह फैसला लिया है कि उनसे शुल्क न लिया जाए. इसके अलावा उन्होंने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में स्लम बस्ती के लोगों से राशि नहीं ली जाएगी. वहीं पक्के मकान वाले लोगों से जिससे 30 रुपये की जगह 20 रुपये लिया जाएगा.
इसे भी पढ़ें:सहरसा में सामूहिक दुष्कर्म: शादी समारोह से लौट रही महिला का अपहरण कर गैंगरेप, एक आरोपी गिरफ्तार
स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में लिए गए कई फैसले
उन्होंने बताया कि संक्रमण काल के दौरान शहर में एंबुलेंस की कमी महसूस की जा रही थी. जिसको लेकर हम लोगों ने फैसला लिया है कि तीन एंबुलेंस के साथ तीन डेड बॉर्डी ढोने के लिए गाड़ी खरीदी जाएंगी. इसके लिए भी सहमति बनी है. वहीं सफाई कर्मचारियों को लेकर नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा सफाई कार्यों से जुड़े सफाई कर्मियों को चाहे वह आउटसोर्सिंग से बाहर हो या फिर दैनिक मजदूर हैं. उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में 45 सौ रुपए देने का निर्णय लिया गया है. वहीं कोविड-19 के दौरान कर्मियों की मौत पर नगर निगम की तरफ से पहले तीन हजार रुपए दिए जाते थे. जिसे बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई है. इसके अलावा और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं, जो विभिन्न कार्यों के लिए हैं.