पटना: मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में गुरुवार को पटना नगर निगम की सशक्त स्थाई समिति की बैठक हुई, जिसमें निगम का बजट पर चर्चा हुई. इस बार का बजट पिछले साल के बजट से 6 गुना ज्यादा बढ़ा है. बजट में सभी वार्ड पार्षद को दो करोड़ रुपए की निधि स्वीकृत करने का प्रावधान किया गया है, ताकि वे अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को करा सके.
हड़ताली मोड़ से राजापुर पुल तक और कदम कुआं में प्रस्तावित वेंडिंग जोन के टेंडर की स्वीकृति बैठक में दी गई. इस बैठक में गंगा रिवर फ्रंट के थर्ड फेज कलेक्ट्रेट घाट से लेकर दीघा घाट तक की स्वीकृति प्रदान की गई. 107 संप हाउस के जीर्णोद्धार के लिए 1 करोड़ 67 लाख रुपये दिए गए.
नगर निगम ने इस बार होल्डिंग टैक्स के माध्यम से 100 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति की. इस साल 300 करोड़ टैक्स हासिल करने का लक्ष्य रखा गया. नगर आयुक्त अनुपम कुमार ने बताया कि इसके लिए नगर निगम पटना में जितने भी कमर्शियल कंपलेक्स है, उनसे विकास कर पैसा वसूला जाएगा.
अनुपम कुमार ने बताया कि इस बार का बजट लाभ का बजट है. 100 करोड़ से ज्यादा का यह लाभ का बजट है. उन्होंने बताया कि इस बार के बजट में मेघा स्क्रीन लगाने का प्रावधान किया गया है, जो गांधी मैदान में लगाया जाएगा, ताकि बड़े पैमाने पर लोग क्रिकेट मैच या किसी आयोजन को देख सकें.
बैठक में क्या रहा खास:-
- पिछले बार की तुलना में 6 गुना ज्यादा बड़ा है इस बार का निगमबजट
- 36 सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का है बजट
- बजट में आधारभूत संरचनाओं पर जोर
- हर वार्ड पार्षद को 2 करोड़ रुपये पार्षद निधि का प्रावधान
- इंजीनियरिंग से जुड़े कार्यों के लिए थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन के तौर पर आईआईटी पटना का चयन
- गंगा रिवर फ्रंट के थर्ड फेज की स्वीकृति
- कलेक्ट्रेट घाट से दीघा घाट तक होगा गंगा रिवर फ्रंट