पटना: राजधानी के बिक्रम में मॉडल हाईवे ट्रामा सेंटर (Model Highway Trauma Center in Bikram) शुरू करने को लेकर दायर एक जनहित याचिका पर पटना हाईकोर्ट ने सुनवाई (Patna High Court Hearing on PIL) की. इस मामले पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने सुनवाई करते हुए नोएडा स्थित हॉस्पिटल सर्विसेज कंसल्टेंसी कॉर्पोरेशन (इंडिया) लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को नोटिस जारी किया है.
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याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि वर्ष 2002 में ही ट्रामा सेंटर बन कर तैयार हो गया था. न्यायालय इस अस्पताल में जनरल सर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन, जनरल मेडिकल डॉक्टरों, रेडियोग्राफर, प्रशिक्षित लैब टेक्नीशियन व नर्सिंग स्टाफ समेत अन्य आवश्यक मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ के पदों को भरने को लेकर आदेश देने का आग्रह किया है.
याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि सड़क दुर्घटना में पीड़ित व्यक्ति को तत्काल मेडिकल राहत और उपचार की जरूरत होती है. तत्काल मेडिकल उपचार मुहैया नहीं किये जाने की वजह से लोगों की मृत्यु हो जाती है, जिसे रोका जा सकता है. साथ ही इससे मृत्यु दर में कमी आयेगी. इतना ही नहीं, मेडिकल सुविधा समय पर उपलब्ध नहीं दिए जाने की वजह से लोग विकलांगता के शिकार हो जाते हैं.