पटनाः पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है. बात करें बिहार की तो बिहार में कोरोना और बाढ़ से लोगों का हाल बेहाल है. केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार इसकी रोकथाम और बचाव में लगी हुई है. बिहार में कई ऐसे निजी संस्थाएं हैं, जो महिलाओं के महावारी के दौरान होने वाली समस्याओं पर कार्य करती है. लेकिन मार्च महीने से ही इस पर किसी का ध्यान नहीं गया.
लॉ की छात्रा मेंस्ट्रुअल हाइजीन को लेकर फैला रही जागरुकता
राजधानी पटना की रहने वाली छात्रा नेहा सिंह लॉक डाउन की वजह से अपने घर पटना में हैं और पिछले 4 महीनों से मेंस्ट्रुअल हाइजीन के प्रति गांव-गांव जाकर जागरूकता फैला रही हैं और साथ ही महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन भी मुहैया करवा रही हैं. नेहा ने महिलाओं के लिए ब्लीडिंग ब्लूज नाम से सोशल मीडिया पर कैंपेन की शुरुआत की है. जिसमे घर से ही वह गांव से जुड़ी महिलाओं के लिस्ट तैयार करती हैं, फिर गांव जाकर उन महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन देती हैं. नेहा अब तक नवादा, पटना, वैशाली, दिल्ली, विशाखापट्टनम जैसी जगह पर 900 से ज्यादा सेनेटरी नैपकिन बांट चुकी हैं.