पटनाः बिहार में बाढ़ को लेकर अभी से राहत कार्य किए जा रहे हैं. बाढ़ से पहले विभिन्न नदियों के तटबंध पर तटबंध मरम्मती को लेकर सीएम नीतीश कुमार अपने विभागीय अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक कर सभी अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दे रहे हैं. इसी सिलसिले में पटना डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह लगातार बांध का जायजा ले रहे हैं. शनिवार को पटना डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने मसौढ़ी अनुमंडल के पुनपुन तटबंध सुरक्षा बांध का निरीक्षण किया. इस दौरान विभागीय अधिकारी को कई दिशा निर्देश दिए.
Bihar Flood: पटना डीएम ने पुनपुन सुरक्षा बांध का लिया जायजा, इस कारण से हर साल डूबता है मसौढ़ी - Bihar News
बिहार में हर साल बाढ़ आती है. बाढ़ से पहले सरकार राहत के लिए कई काम करती है, लेकिन रिज्लट खराब ही आता है. इस बार भी अभी से राहत कार्य को लेकर तैयारी चल रही है. इसी अंतराल में पटना डीएम ने पुनपुन सुरक्षा बांध का जायजा लिया. इस दौरान लोगों ने अपनी समस्या से अधिकारी को अवगत कराया. पढ़ें पूरी खबर...
इसलिए आता है बाढ़ः मसौढ़ी अनुमंडल के पुनपुन तटबंध सुरक्षा बांध के दक्षिणी भाग पर प्रत्येक साल पुनपुन नदी का जलस्तर बढ़ने से नदियों के किनारे के दक्षिणी इलाकों में जनजीवन तबाह हो जाता है. इसका मुख्य कारण तटबंध से होने वाले नदी के जल का रिसाव है, जिससे प्रत्येक वर्ष जल संसाधन विभाग द्वारा बालू से भरे बोरियों को रखकर रिसाव को रोकने का वैकल्पिक व्यवस्था करता है. लेकिन तटबंध को पूर्ण रूप से मजबूत करने के लिए औपचारिक कदम नहीं उठाया जाता है. इसी को लेकर दायर एक याचिका के आदेश के बाद जिलाधिकारी पटना अपने संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ तटबंध का निरीक्षण किया.
लोगों ने उठाई समस्याः पुनपुन सुरक्षा बांध तटबंध के निरीक्षण के दौरान चामुचक गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से अपनी मूलभूत समस्याओं को लेकर पहुंचे. खासकर मूल रूप से नल जल की समस्या को बताया ग्रामीणों ने बताया कि हजारों की आबादी वाले इस गांव में मात्र 2 से 3 चापाकल चालू हैं. बाकी सभी नल जल कार्य अधूरा है. घरों तक पानी नहीं मिल पा रहा है. इससे गर्मी में लोगों के सामने पानी की समस्या है. जिलाधिकारी ने अविलंब संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश देकर खराब चापाकल पड़े को मरम्मत कराने और नल जल से जुड़े रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है.