पटना: राजधानी के नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तीसरे दिन भी जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल जारी रहा. वहीं हड़ताल की वजह से इमरजेंसी और ओपीडी सेवा प्रभावित होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इलाज के अभाव में आक्रोशित मरीजों और परिजनों ने अस्पताल से लेकर सड़क तक जामकर प्रदर्शन किया. साथ ही सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पटना: जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज परेशान, सरकार के खिलाफ किया हंगामा
आक्रोशित लोगों ने अस्पताल की बदहाली और कमियों को उजागर किया. लोगों का आरोप है कि जूनियर डॉक्टर की लड़ाई अस्पताल प्रशासन और सरकार से है तो सीनियर डॉक्टरों को इलाज करने से क्यों रोका जा रहा है.
मरीजों ने किया हंगामा
आक्रोशित लोगों ने अस्पताल की बदहाली और कमियों को उजागर किया. अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के दबंगई से व्यवस्था प्रभावित हो रही है. लोगों का आरोप है कि जूनियर डॉक्टर की लड़ाई अस्पताल प्रशासन और सरकार से है तो सीनियर डॉक्टरों को इलाज करने से क्यों रोका जा रहा है. जब डॉक्टर इलाज करते हैं जो जूनियर डॉक्टर हंगामा करते हैं. जिसकी वजह से सीनियर डॉक्टर भाग जाते हैं. ऐसे में तंग आकर मंगलवार को मरीजों और परिजनों ने नालन्दा मेडिकल कॉलेज के मुख्यद्वार पर सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया.
जल्द से जल्द इलाज करने की मांग
गौरतलब है कि तीन दिनों से यह वेवजह जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से पूरा स्वास्थ व्यवस्था चरमरा गई है. जूनियर डॉक्टर की लड़ाई से मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इसके बावजूद भी अस्पताल प्रशासन और सरकार जूनियर डॉक्टर की दबंगई पर चुप्पी साधे हुए हैं. मरीजों की सरकार से मांग है कि जूनियर डॉक्टर की हड़ताल खत्म कर जल्द से जल्द मरीजों का इलाज किया जाए.