पटना: कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर एक बार फिर से देश में लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है. 3 मई तक पूरे देश में लॉक डाउन की स्थिति बनी रहेगी. इसको लेकर आम लोगों का कहना है की प्रधानमंत्री ने जो कदम उठाया है निश्चित तौर पर अच्छा है. इससे कोरोना वायरस का संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी. लोगों का कहना है कि पीएम का फैसाला जनहित में है. इसलिए सभी देशवासियों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना चाहिए.
IGIMS में इलाज कराने आए लोगों ने PM मोदी के फैसले पर दी प्रतिक्रिया - ईटीवी भारत संवाददाता
आइजीआइएमएस में इलाज कराने आए मरीज के परिजनों ने बताया कि मेडिकल सुविधाओं को पूरे देश में सुचारू रूप से चालू किया जाए.
'मेडिकल सुविधाएं हो चालू'
आइजीआइएमएस में इलाज कराने आए मरीज के परिजनों ने ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते हुए बताया कि मेडिकल सुविधाओं को पूरे देश में सुचारू रूप से चालू किया जाए. लोगों को कहना था कि जितना जरूरी लॉकडाउन है, उतना ही आवश्यक सभी मेडिकल सुविधाएं भी हैं. कई मरीजों ने कहा कि अगर मेडिकल सुविधाएं चालू नहीं रहेगी तो लोग कोरोना से तो बाद में पहले सामान्य रोग से ही मर जाएंगे. इसलिए लॉकडाउन के समय मरीजों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसके लिए सरकार को जरूरी कदम उठाना चाहिए.
'ओपीडी सुविधाएं की जा रही है शुरू'
गौरतलब कि मेडिकल सुविधा को लेकर राज्य सरकार ने प्रदेश में कई जरूरी कदम उठाए हैं. सरकार ने 15 अप्रैल से राज्य के सभी जिले के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन, ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया है. तो राज्य में परिवहन का परिचालन भी ठप रहेगा. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के मरीज जिला अस्पताल के ओपीडी तक कैसे पहुंच पाएंगे.