पटनाः राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जूनियर डॉक्टर स्टाइपेंड में वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. कोरोना वार्ड जूनियर डॉक्टरों को छोड़कर सभी विभागों के जूनियर डॉक्टरों ने अस्पतालों में कामकाज पूरी तरह से ठप कर दिया है. इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान पीएमसीएच मैं अपना इलाज करवाने पहुंची पटना सिटी की मरीज मीना देवी की मौत हो गई.
3 साल पर इंक्रीमेंट के दिए थे आदेश
पीएमसीएच सहित राज्यभर के जूनियर डॉक्टर और इन्टर्न दूसरे दिन भी हड़ताल पर डटे हुए हैं. गुरुवार को पीएमसीएच के प्राचार्य और अधीक्षक के साथ हड़ताल कर रहे डॉक्टरों की दूसरी वार्ता होगी. जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि जब तक उनकी स्टाइपेंड में वृद्धि नहीं होगी तब तक वे हड़ताल पर डटे रहेंगे. बता दें कि 2017 में सरकार ने हर 3 साल पर जूनियर डॉक्टर और इन्टर्न के स्टाइपेंड में इंक्रीमेंट देने के आदेश दिए थे, लेकिन इसका पालन नहीं किया गया.