नालंदा: एक ओर सरकार की ओर से मरीजों तक हरसंभव मदद पहुंचाने का दावा किया जाता है. स्वास्थ्य सुविधा पर अरबों रुपये खर्च किये जाते हैं. लेकिन आज भी मरीजों को सुविधा का लाभ सही से नहीं मिल पा रहा है. अब एक शर्मनाक तस्वीर सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से आई है. यहां एक मरीज को एंबुलेंस न मिलने पर उसके घर वाले खाट से डॉक्टर के पास ले गए.
कोरोना की महामारी कहें या लॉकडाउन की बेबसी. आज के आधुनिक दौर में भी परिजनों को खाट पर लादकर इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. बिहार में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है. इसके कारण वाहनों के परिचालन में समस्या हो रही है. हालांकि आपातकाल सेवा को जारी रखा गया है. लेकिन बाबजूद इसके हिलसा के ढिबरापर गांव निवासी अनुज कुमार को खाट पर लादकर ही परिजनों ने गुरुवार को डॉक्टर तक पहुंचाया.