पटना:राज्य में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. इसकी रोकथाम के लिए सरकार ने पूरे प्रदेश में 31 जुलाई तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया है. हालांकि इस दौरान राज्य और केंद्र सरकार के कार्यालय को खोलने का आदेश जारी किया गया था. लेकिन जिस प्रकार ने कोरोना का कहर बढ़ता जा रहे है, उसे देखते हुए कई कार्यालयों तो बंद कर दिया गया है.
पटना का पासपोर्ट कार्यालय बंद, ऐहतियात के तौर पर लिया गया फैसला
पटना स्थित पासपोर्ट कार्यालय में बिहार के सभी जिलों से लोग पासपोर्ट संबंधी कार्य लेकर आते हैं. फिलहाल बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 31 जुलाई तक इसे भी पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है.
पटना पासपोर्ट कार्यालय बंद
पटना स्थित पासपोर्ट कार्यालय को भी संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए बंद कर दिया गया है. यहां मौजूद गार्ड ने बताया कि कार्यालय में कोई भी कर्मचारी संक्रमित नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी ऐहतिहात के तौर पर कार्यालय को बंद कर दिया गया है. लॉकडाउन के शुरुआती दौर में इस कार्यालय में कम स्टाफ आते थे और उसी में कार्य होता था. लेकिन जैसे की कोरोना का प्रकोप बढ़ा कार्यालय को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.
अब तक 208 लोगों की मौत
स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1625 नए मामलों की पुष्टि की है. इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 31, 691 हो गया है. जबकि इस बीमारी से अब तक 208 लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं.स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में कुल 10,159 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है. इस तरह अब तक कुल 40, 9088 सैंपल्स की जांच हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में 1135 लोग स्वस्थ हुए हैं, अब तक कुल 19,876 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट गये हैं. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 9, 981 है. जबकि कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 66.11 फीसदी है.