पटना: राजधानी में प्राइवेट स्कूलों की मनमाने ढंग से फीस लिए जाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन पटना के किसी न किसी प्राइवेट स्कूल में अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के बीच फीस को लेकर प्रोटेस्ट देखने को मिलता रहता हैं. ताजा मामला राजधानी के पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित पाटलिपुत्र इंटरनेशनल स्कूल का है, जहां सोमवार के दिन अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन की ओर से लॉकडाउन पीरियड के दौरान का ट्रांसपोर्टेशन फीस और मिसलेनियस चार्जेस लिए जाने के विरोध में पाटलिपुत्र की सड़क को घंटों जाम रखा.
अभिभावकों ने सड़क पर किया विरोध प्रदर्शन 'तनाव में हैं बच्चे'
मौके पर पहुंची श्री कृष्णापुरी थाने की पुलिस ने अभिभावकों को समझा बुझाकर सड़क से जाम हटावाया. वहीं, इस दौरान अभिभावक ह्यूमन चेन बनाकर सड़क के बीचों बीच खड़े हो गए. इस कारण सड़क पर लगभग एक घंटे आवागमन पूरी तरह बाधित रहा. वहीं, प्रोटेस्ट कर रहे अभिभावक प्रशांत कुमार ने बताया कि जिन बच्चों के अभिभावक स्कूल में फीस जमा नहीं किए हैं, उन बच्चों का स्कूल की ओर से एग्जामिनेशन नहीं लिया जा रहा है. जबकि जिन बच्चों के फी जमा हो चुके हैं. केवल उन्हीं बच्चों का एग्जामिनेशन कंडक्ट कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन के इस रवैया के कारण उनके बच्चे मानसिक रूप से काफी तनाव में है और उनकी स्थिति यह है कि अभी वह पूरा पैसा जमा नहीं कर सकते हैं.
'फीस के लिए बनाया जा रहा दबाव'
अभिभावक विपिन कुमार सिन्हा ने कहा कि उनके बच्चे पाटलिपुत्र इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि और स्कूल की ओर से लगातार फीस जमा करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है. जिस कारण उनके बच्चे मानसिक रूप से काफी परेशान हैं. उन्होंने बताया कि वह स्कूल में एजुकेशन फीस जमा करने पहुंचे हुए थे. लेकिन स्कूल प्रबंधन की ओर से एजुकेशन फीस के अलावे और तमाम मिसलेनियस चार्जेस भी लिए जा रहे हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि स्कूल बंद है फिर भी लाइब्रेरी चार्ज, कंप्यूटर चार्ज, ट्रांसपोर्टेशन फीस लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल की ओर से ऑनलाइन फीस भी जमा नहीं लिया जा रहा है और फीस कैश में जमा करने का दबाव डाला जा रहा है.
'एजुकेशन फीस देने के लिए तैयार'
पाटलिपुत्र इंटरनेशनल स्कूल के चौथी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की मां शाजिया ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से शुरू में ही यह आदेश निर्गत हो गया था कि अभिभावकों पर स्कूल प्रबंधन फीस जमा करने के लिए दबाव नहीं बना सकते हैं. बावजूद इसके स्कूल प्रबंधन की ओर से फीस जमा करने को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह विद्यालय का एजुकेशन फीस देने के लिए तैयार है. लेकिन स्कूल की ओर से अन्य तमाम तरह के मिसलेनियस चार्जेस लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में अभी यह तय नहीं है कि कोई बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे या नहीं. लेकिन विद्यालय की ओर से अभी से ही नवंबर में होने वाले एनुअल फंक्शन के लिए पैसे लिए जा रहे हैं.