पटना:कोरोना काल में एक दिल दहला देने वाली घटना बक्सर से सामने आ रही है. जहां महादेवा घाट पर दर्जनों लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी हैं. कई लाशों को कुत्ते नोचकर खा रहे हैं. ईटीवी भारत को मिली जानकारी के अनुसार, जिस व्यक्ति की मौत इलाज के दौरान घर में हो गई उसके परिजनों ने गंगा घाटों पर कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण अपने परिजनों के शव को गंगा नदी में फेंक दिया है.
ये भी पढ़ें-बक्सर के गंगा घाट पर लाशों का अंबार, सवाल- कहां से आयीं इतनी लाशें?
'दोषी अधिकारियों को मिले सजा'
इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जन अधिकार पार्टी सुप्रीमोपप्पू यादव ने कहा कि इस संक्रमण के समय में इस तरह की तस्वीरें लोगों को विचलित कर देती हैं. जल्द से जल्द जिला प्रशासन को इस पूरे मामले की जांच करनी चाहिए और इस मामले में दोषी अधिकारियों को जल्द से जल्द सजा देना चाहिए.
''घाटों पर व्यवस्था नहीं होने के कारण परिजनों ने मरीजों के शव को गंगा नदी में फेंक दिया है. सरकार को जल्द से जल्द इस पूरे मामले की जांच कराकर इस मामले में दोषी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बर्खास्त करना चाहिए''-पप्पू यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जन अधिकार पार्टी
पप्पू यादव ने सरकार को घेरा ये भी पढ़ें-कोरोना से मौत के बाद दो दिन तक घर में पड़ी रही लाश, दुर्गंध आने पर JCB से उठा किया गया अंतिम संस्कार
महादेवा घाट पर लगा शवों का अंबार
बता दें कि बक्सर के चौसा में लाशों का अंबार मिला है. लगभग एक किलोमीटर के दायरे में गंगा नदी में लाशें बिखरी हुई हैं. महादेवा घाट पर इन लाशों को कुत्ते नोचकर खा रहे हैं. ईटीवी भारत ने इस दृश्य को देखते ही तुरंत बक्सर के डीएम को सूचना दी. खबर के प्रकाशित होते ही प्रशासनिक महकमें में खलबली मच गयी. आनन-फानन में जेसीबी को घटनास्थल पर बुलाया गया और शव को दफनाने की प्रक्रिया शुरू की गयी.