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पप्पू यादव के बेटे ने सीएम नीतीश से पूछे बड़े सवाल, 'सच्चाई दिखाना जुर्म है क्या?'

पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन ने कहा कि उनके पिता इस महामारी में लोगों की हर तरह से मदद करते थे. आज उनके पिता अकेले हैं. मेरे पिता की गलती यही कि उन्होंने एंबुलेंस का मुद्दा उठाया. देखें रिपोर्ट...

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Published : May 12, 2021, 6:35 PM IST

Updated : May 12, 2021, 7:27 PM IST

पटना:जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद उनके पुत्र सार्थक रंजन पहली बार सामने आए और वीडियो जारी किया. सार्थक रंजन ने बिहारवासियों से अपील की है कि इस भ्रष्टाचार के खिलाफ छेड़े गए पप्पू यादव के मुहिम को सभी बिहार वासियों को आगे बढ़ाना होगा.

''आज वो जेल में अकेले हैं, उन्हें ऐसे जगह रखा गया जहां वो मकान बिल्कुल जर्जर हालत में है, उनके साथ कुछ भी हो सकता है. मेरा अनुरोध है जो पप्पू यादव सभी बिहार वासियों के लिए आज अपने घर परिवार को छोड़ अकेले सजा भुगत रहे है, जो उन्होंने किया नहीं, वैसे व्यक्ति के लिए हम सभी को आगे आना होगा. हर एक को पप्पू यादव बनना होगा और उनके मुहिम को आगे बढ़ना होगा.'' - सार्थक रंजन, पप्पू यादव के पुत्र

14 मिनट 8 सेकेंड के वीडियो में सार्थक रंजन ने कहा कि 'मेरे पिता इस महामारी में लोगों को खाना पहुंचाते थे जिन्हें जिस चीज की जरूरत होती थी वह दे रहे थे. पर अब ऐसा लग रहा है कि दवाइंयों की कालाबाजारी को पेश करना गलत है. सबसे बड़ी उनकी गलती ये है कि वो लोगों के लिए एक नेता के घर पर लगी एंबुलेंस के बारे में सबको बताए. वो बस यही चाह रहे थे कि वो सारी एंबुलेंस लोगों के काम आए.'

''मरीजों की मदद की जा सके लेकिन ऐसा करना सबसे बड़ा उनके लिए जुर्म हो गया. पप्पू यादव ने अपना परिवार छोड़कर बिहार के हर एक परिवार के लिए काम करना सही समझा. वो कभी कोविड वार्ड जाकर लोगों की मदद करते थे तो कभी भीड़ के बीच जाकर खाना खिलाते थे.''-सार्थक रंजन, पप्पू यादव के पुत्र

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पप्पू यादव ने बेटे ने आगे कहा कि, 'वो मुर्दा घर भी चले जाते थे. यह सब देखकर ऐसा लगता था कि एक दिन कभी उनके पिता की भी बॉडी इस तरह से हो सकती है. वो आज अकेले हैं और वीरपुर में हैं. जब ऐसा व्यक्ति ऐसा काम करके अकेला पड़ जाए तो यह बुरा लगने वाली बात है.'

''अस्पताल में छापा मारना हो तो पप्पू यादव, खाना देना हो तो पप्पू यादव. यह सब करके अगर उनके साथ ऐसा हो तो फिर कौन बनेगा बिहार में दूसरा पप्पू यादव. हम अभी इस समय उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकते. मैं पहली बार आया हूं आप सबके सामने. कल से जो मेरे पिता के साथ हुआ वह बिल्कुल ठीक नहीं है. जो इंसान दूसरों के लिए हमेशा आगे रहता है और जब उसे जरूरत पड़ती है तो वह अकेला पड़ जाता है. जब एक पप्पू यादव बिहार के लिए इतना कर सकता तो दो या सौ पप्पू यादव कितना कर सकते हैं.'' - सार्थक रंजन, पप्पू यादव के पुत्र

पत्नी रंजीत रंजन का आरोप
वहीं, पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन ने भी आरोप लगाया, 'ये लोग गिरफ्तारी के नाम पर षड्यंत्र कर रहे हैं. उनकी जान को भी खतरा है. अगर गिरफ्तारी के दौरान उनके साथ कुछ भी ऊंच-नीच होता है जिसकी मुझे आशंका है, इसकी पूरी जिम्मेदारी राजग सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेनी पड़ेगी. कोरोना वायरस महामारी के शुरू होने के बाद से एक राजनेता होने के नाते पप्पू यादव अपने घर-परिवार को छोड़कर लगातार लोगों की मदद में लगे हुए थे पर साजिश के तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया है.'

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क्या है मामला
बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाने में साल 1989 में दर्ज अपहरण मामले में पुलिस ने पप्पू यादव को गिरफ्तार किया है. मधेपुरा जिले की पुलिस मंगलवार को चार बजे के करीब पटना पहुंची और हाई वोल्टेज ड्रामा और विरोध प्रदर्शन के बीच पप्पू यादव को मधेपुरा के लिए लेकर निकल गई. रात को करीब एक बजे उनकी पेशी करवाई गई.

Last Updated : May 12, 2021, 7:27 PM IST

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