पटना: बिहार में कोरोना का संक्रमण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. सरकारी आंकड़ों में कोरोना की जो स्थिति दिखाई जा रही है. हालात उससे ज्यादा गंभीर हैं. सरकार पर पिछले कई दिनों से मौत के आंकड़ों को छुपाने का आरोप भी लग रहा है. इधर, जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा सरकार कोरोना से हुए मौत का आंकड़ा छुपी रही है.
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वहीं, JAP अध्यक्ष पप्पू यादव NMCH अस्पताल पहुंचे. जहां भर्ती मरीज के परिजनों ने वार्ड में शव पड़े होने की सूचना दी. इसके बाद पप्पू यादव वार्ड का निरीक्षण किया और देखा कि वार्ड में तीन शव पड़े हुए है. बताया जाता है कि अस्पताल में स्टाफ की कमी और एम्बुलेंस नहींं होने के कारण शव को वार्ड से नहीं हटाया गया है. पप्पू यादव ने इस बात को लेकर अस्पताल अधीक्षक से बात कर शव हटाने की अपील भी की है.
'नेताओं को अपने परिवार और अपने ऐशो-आराम से मतलब है. ये लोग रावण हैं. आम लोगों की जिंदगी से उन्हें कोई मतलब नहीं है. सरकार मौत का आंकड़ा छुपा रही है. ऑक्सीजन के कारण मरीजों की मौत हो रही है. स्वास्थ्य विभाग किलर है. नेता जल्लाद हैं, अगर आदमी को बचाना हो तो बिहार को आर्मी के हवाले किया जाए और हाईकोर्ट के जज की निगरानी में श्मशान की जांच हो. तब मौत का सही आंकड़ा पता चल सकेगा: पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कई निजी अस्पतालों पर निशाना साधा जो कि कोविड मरीजों को अपने यहां भर्ती कर रहे हैं और संसाधन नहीं होने के बाद भी लाखों का बिल थमा दे रहे हैं. उन्होंने ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई की मांग की है.
नेताओं पर होना चाहिए नसंहार का मुकदमा
JAP अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि जब कभी संकट आता है, नेता गायब हो जाते हैं. सवा साल में एक बेड की व्यवस्था नहीं की गई. डबल ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगे, ऑक्सीजन के सिलिंडरों की खरीद नहीं हो पाई. वेंटिलेटर नहीं हैं. रेमडेसिविर इंजेक्शन का प्रोडक्शन 8 लाख से अधिक नहीं है. हाहाकार मचा हुआ है. ऐसे में क्या नेताओं ने नरसंहार नहीं किया? क्या उनपर नरसंहार के मुकदमे नहीं होने चाहिए?