पटना में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव पटना: बिहार के सारण जिले में जहरीली शराबसे हुई मौतों को लेकर जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव (Jaap Supremo Pappu Yadav) ने बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं शराबबंदी कानून बनाने के समय ये लोग नीतीश कुमार के समर्थन में थे. अब हाय तौबा मचा रहे हैं. पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी को सरकार से मिलजुलकर शराबबंदी कानून में संशोधन के लिए बात करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं न कहीं बीजेपी इस शराबबंदी में शामिल है. पप्पू यादव ने भाजपा सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि शराब कारोबार में लिप्त लोगों का उनसे सीधा रिश्ता है और सिग्रीवाल साहब एसपी पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कह रहे हैं. शराबबंदी को विफल करने में बीजेपी का हाथ है.
ये भी पढ़ें : बिहार जहरीली शराब कांड : छपरा में अब तक 57 की मौत, राज्यपाल से मिलेगा BJP विधायकों का शिष्टमंडल
शराब माफिया पर बीजेपी के नेताओं का संरक्षण :जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने बीजेपी के कई जनप्रतिनिधियों के नाम गिनाए जिनकी संलिप्तता शराब के मामले में पायी गयी है. उन्होंने इस पूरे कांड में दूधनाथ सिंह, अनिल सिंह, पूर्व मुखिया परमार, धनंजय सिंह, सुमित, संदीप, युवराज और सुधीर की संलिप्ता की जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि सभी कारोबारियों को सिग्रीवाल और बीजेपी के अन्य नेताओं का संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने मशरख के सभी पूर्व थानाध्यक्षों की संपत्ति की जांच कराने की भी मांग की. हाजीपुर में शराब के सबसे ज्यादा कारोबारी नित्यानंद राय के संरक्षण में काम कर रहे हैं.उन्होंने बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी को आड़े हाथों लेते कहा, "मैं कई बार कह चुका हूं कि राजीव प्रताप द्वारा दी गई एंबुलेंस में शराब पकड़ी जाती है और शराब का कारोबार होता है.
सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की :पप्पू यादव ने कहा कि प्रशासन शराब माफियाओं को नहीं रोक पा रही है और ताड़ी बेचने वाले पासी समाज के लोगों को पकड़ रही है. यह सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि गरीब पासी समाज पर हो रहे इस अन्याय के खिलाफ वह आंदोलन करेंगे. जाप सुप्रीमो ने शराबबंदी कानून को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की. इतने लोगों की जान लेने वाले इन लोगों को तीन महीने के अंदर फैसला सुनाकर फांसी की सजा दी जाय.
"शराबबंदी कानून बनाने के समय बीजेपी और नीतीश साथ थे. अब मौतों पर हाय-तौबा मचा रहे हैं. शराब का पूरा कारोबार भाजपा नेताओं के संरक्षण में चल रहा है. शराबबंदी को विफल करने में बीजेपी का हाथ है. जिस-जिस घर में मौत हुई है उसके घर में बेटी की शादी के लिए वह 50-50 हजार रुपए मदद के रूप में दूंगा. वहीं तत्काल 10 हजार रुपए देने का एलान किया."-पप्पू यादव, जन अधिकार पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष