पटना: बिहार सरकार ( Bihar Government ) ने पंचायत स्तर पर लोगों की सुविधा के लिए पंचायत भवन का निर्माण ( Construction of Panchayat Building ) कराया था. ताकि लोगों को प्रखंड और अंचल कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की चलते यह योजना सफल नहीं हुई. यहां पंचायत सचिव सहित पंचायत स्तर के सभी कर्मियों बैठना था. मगर पंचायत कर्मी यहां बैठना तो दूर झांकना तक पसंद नहीं करते.
ये भी पढे़ं-'कालनेमि' हैं राकेश टिकैत, भेष बदलकर किसानों को कर रहे हैं भ्रमित- भाजपा
बता दें कि राजधानी पटना से सटे मनेर प्रखंड में विश्व बैंक की सहायता से 1.25 करोड़ की लागत से पंचायत भवन बनाया गया. लेकिन उद्घाटन के बाद से यह नहीं खुला. करोड़ों की लागत से बने भवन में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. न तो संबंधित अधिकारी और न ही जिला मुख्यालय से इसके संचालन को लेकर कोई दिशा-निर्देश दिया जाता है. जबकि यहां कृषि जमीन दाखिल खारिज, लगान रसीद, जाति, आय, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र और ग्राम कचहरी संबंधी कार्य किये जाने की योजना थी. जिससे पंचायत वासियों को सहूलियत होती और उन्हें प्रखंड और अंचल कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ता.