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सैनिकों पर हुए हमले से व्यापारियों में आक्रोश, कैट ने चीनी कंपनियों से टेंडर वापस लेने का किया आग्रह

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Published : Jun 18, 2020, 10:24 AM IST

चेयरमैन ने कहा कि कैट दिसम्बर में निर्धारित एक लाख करोड़ के लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. भले ही व्यापारियों का व्यापार चीन से आयात हो रहा है. लेकिन फिर भी उनके लिए राष्ट्रीय हित से पहले कुछ नहीं होगा.

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पटनाः चीन के साथ भारतीय सैनिकों की हिंसक झड़प ले व्यापारी आक्रोश में है. कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि कैट ने चीनी उत्पादों का बहिष्कार और भारतीय वस्तुओं को बढ़ावा देने वाले राष्ट्रीय अभियान को और तेज करने का फैसला किया है.

टेंडर को तुरंत रद्द करे सरकार
कैट ने सरकार से चीनी कंपनियों को दिए गए टेंडर को तुरंत रद्द करने का आग्रह किया है. साथ ही भारतीय स्टार्टअप में चीनी कंपनियों के निवेश को वापस करने के लिए नियम बनाने के लिए कहा है. जिससे चीन के अनैतिक और बर्बरतापूर्ण व्यवहार के लिए कड़ा जवाब दिया जा सके.

कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स

चीनी आयात को कम करने का संकल्प
बिहार कैट के चेयरमैन कमल नोपानी, महासचिव डा. रमेश गांधी और कोषाध्यक्ष अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि भारत के प्रति चीन के रवैये के मद्देनजर भारतीय व्यापारियों ने चीनी आयात को कम करने का संकल्प लिया है.

राष्ट्रीय हित सबसे पहले
चेयरमैन ने कहा कि कैट दिसम्बर में निर्धारित एक लाख करोड़ के लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. भले ही व्यापारियों का व्यापार चीन से आयात हो रहा है. लेकिन फिर भी उनके लिए राष्ट्रीय हित से पहले कुछ नहीं होगा.

बिहार कैट के अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा

कम दरों पर सरकारी अनुबंधों पर बोली
कैट महानगर अध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से चीनी कंपनियां विभिन्न सरकारी अनुबंधों में बहुत कम दरों पर बोली लगा रही हैं. इस तरह से वे कई सरकारी परियोजना निविदाओं को प्राप्त करने में सफल हुई हैं.

सितारें चीनी वस्तुओं की न करे एडवरटाएजमेंट
अध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू और सचिव संजय बरनवाल ने सरकार से चीनी कंपनियों को दिए गए सभी सरकारी अनुबंधों को तुरंत रद्द करने की मांग की है. कैट ने फिल्मी और क्रिकेट सितारों से चीनी वस्तुओं के एडवरटाइजमेंट न करने की अपील की है.

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