पटना: एक तरफ प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इसके इलाज में उपयोग की जाने वाली इंजेक्शन लाइपोसोमल एंफोटेरेसिन बी की कमी हो गई है. राजधानी पटना में लाइपोसोमल एंफोटेरेसिन बी इंजेक्शन का स्टॉक ड्राई हो गया है. स्टॉक में 500 वायल ही बचा हुआ था. जिसे शनिवार के दिन सीएस ऑफिस और तीन अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया. इसके बाद स्टॉक पूरी तरह से खाली हो गई है.
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इंजेक्शन के लिए भेजा गया डिमांड
औषधि नियंत्रण विभाग का कहना है कि इंजेक्शन के लिए डिमांड भेज दिया गया है. मगर जो उम्मीद है उसके अनुरूप सोमवार तक डिमांड की आपूर्ति हो पाएगी. औषधि नियंत्रण विभाग के मुताबिक शनिवार को पटना सिविल सर्जन कार्यालय को 75 वायल, एम्स को 75 वायल, आईजीआईएमएस को 200 वायल और पीएमसीएच को 75 वायल एलॉट किया गया है. किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल को लाइपोसोमल एंफोटेरेसिन बी का इंजेक्शन एलॉट नहीं किया गया और अब स्टॉक पूरी तरह से खाली हो गया है.
हर दिन होती है इतनी खपत
बता दें कि पटना में हर दिन लाइपोसोमल एंफोटेरेसिन बी इंजेक्शन की 1000 से अधिक डोज की डिमांड है. पटना एम्स में हर दिन लगभग 500 वायल की खपत है. वहीं, आईजीआईएमएस में भी हर दिन 500 वायल की खपत है. पटना के पीएमसीएच में हर दिन 50 वायल की खपत है और एनएमसीएच में रोजाना लगभग 20 से 30 वायल की खपत है. पटना के विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में भी 1 दिन में लगभग 100 वायल की खपत है.