पटना: विधानसभा के आखिरी दिन विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. दरअसल विपक्ष केंद्र और राज्य सरकार पर बाढ़ पीड़ितों को मदद नहीं पहुंचाने की आरोप लगा रहा था. इसके जवाब में बीजेपी ने भी विपक्ष पर निशाना साधा. आरजेडी से सवाल पूछते हुए बीजेपी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहां गायब हैं, वो बाढ़ पीड़ितों से मिलने क्यों नहीं गएं? जिसके बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया और विधानसभा अध्यक्ष को सदन स्थगित करना पड़ा.
दरअसल, राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सदन में मौजूद मुख्यमंत्री से पूछा कि आज सदन की कार्यवाही का अंतिम दिन है इसलिए सभी सदस्य ये जानना चाहते हैं कि सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए क्या कर रही है. और केंद्र से क्या मदद मिल रहा है.
विपक्ष के सवाल का सीएम ने दिया जवाब
इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए हर संभव मदद पहुंचा रही है. हमने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और जाकर भी देखा. अधिकारियों से भी स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा गया है. जिसके बाद अधिकारियों ने हवाई सर्वेक्षण भी किया. बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए कई उपाय किए गए हैं. कई जगह कम्युनिटी किचन और रिलीफ केंद्र बनाए गए हैं. सड़कों की मरम्मत की जा रही है. बाढ़ पीड़ितों के खाते में 6000 की राशि भी दी जा रही है.
'केंद्र को भेजा जाएगा मेमोरेंडम'
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक केंद्र से मदद की बात है तो एनडीआरएफ की टीम पहले से काम कर रही है. जहां तक आर्थिक मदद की बात है तो बिहार सरकार की तरफ से जो भी क्षति है उसका आकलन कर एक मेमोरेंडम भेजा जाएगा. उसी के आधार पर केंद्रीय टीम यहां आएगी और केंद्र सरकार को जो देना है देगी. लेकिन अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बार-बार जिक्र किया कि केंद्र से कुछ भी बिहार को मदद नहीं मिला है.
बीजेपी के सवाल पर विपक्ष ने किया हंगामा
इस पर बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार तो इतना भी कर रही है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तो बाढ़ पीड़ितों से मिलने तक नहीं गए. इसपर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
भोला यादव ने दी सफाई
मामले पर आरजेडी विधायक भोला यादव ने कहा कि उत्तर बिहार बाढ़ की चपेट में है. वहीं, दक्षिण बिहार सुखाड़ की चपेट में है. ऐसे में केंद्र सरकार को यहां भी स्पेशल पैकेज देना चाहिए. इसकी मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को केंद्र से करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसी मांग को लेकर हमलोगों ने हंगामा किया.
सदन की कार्यवाही स्थगित
मानसून सत्र के अंतिम दिन भी नेता प्रतिपक्ष सदन की कार्यवाही में भाग लेने नहीं पहुंचे. बीजेपी के लिए यह एक बड़ा मुद्दा है. हालांकि प्रश्नकाल जरूर शांतिपूर्वक चला. लेकिन उसके बाद न तो शून्य काल चला और ना ही ध्यानाकर्षण का उत्तर दिया गया.