अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस. पटना: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारी शुरू है. भाजपा को चुनौती देने के लिए तमाम राजनीतिक दल बिहार की राजधानी पटना में एकजुट हो रहे हैं. विपक्षी एकता की पहली बैठक जेपी की धरती से शुरू हो रही है. बैठक में कांग्रेस पार्टी के दो दिग्गज नेता शामिल हो रहे हैं. नीतीश कुमार ने तमाम दलों को यह फार्मूला सुझाया था कि पूरे देश में भाजपा के खिलाफ संपूर्ण विपक्ष का एक उम्मीदवार हो. नीतीश के फार्मूले पर कांग्रेसी भी सहमत दिख रही है.
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"हम राज्यों में कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस पार्टी कुर्बानी के लिए ही जाने जाती है. भाजपा को रोकने के लिए हम कुछ भी कर सकते हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार सदाकत आश्रम पहुंचेंगे. राहुल गांधी भी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाएंगे. दोनों नेता विपक्षी एकता की बैठक में हिस्सा लेने पटना पहुंच रहे हैं. सदाकत आश्रम में राहुल गांधी सभा भी करेंगे."- अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
संयोजक के नाम का हो सकता है ऐलानः मिल रही जानकारी के मुताबिक विपक्षी एकता की बैठक के दौरान कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन सबसे पहले बैठक को संबोधित करेंगे. सबसे अंत में राहुल गांधी का संबोधन होगा. माना जा रहा है कि राहुल गांधी संयोजक के रूप में नीतीश कुमार के नाम का ऐलान करेंगे. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के स्वागत को लेकर तमाम तरह की तैयारियां की जा रही हैं. कार्यकर्ता जगह-जगह पर ढोल बाजे के साथ पुष्प वर्षा करेंगे. कांग्रेस ऑफिस में राहुल गांधी भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे.
जीतन राम मांझी समाजवादी नेता : अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि 23 जून के बाद बिहार में एक और मंत्रिमंडल विस्तार होना है. कांग्रेस पार्टी के दो नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी. कौन-कौन चेहरे होंगे इस पर आलाकमान को निर्णय लेना है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जीतन राम मांझी समाजवादी नेता थे उन्होंने महागठबंधन छोड़कर सही काम नहीं किया है. वह RSS की गोद में जाकर बैठ गए हैं. राजनीतिक तौर पर जीतन राम मांझी को नुकसान उठाना पड़ेगा.