पटना:बिहार में होली के दौरान जहरीली शराब से कथित तौर पर 14 लोगों की मौत की खबर आ रही है. हालांकि, अब तक संबंधित जिला प्रशासन की ओर से जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है. इसे लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि पूरे मामले की लीपापोती हो रही है. इतने गंभीर मामले पर भी मुख्यमंत्री अब तक चुप हैं. इससे बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.
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'बिहार में शराबबंदी तो पहले से ही पूरी तरह विफल है. सरकार के तमाम दावे फेल हो चुके हैं, लेकिन बिहार में जहरीली शराब कहां से आ रही है. इतने लोगों की मौत हो चुकी है और जिला प्रशासन लीपापोती पर तुला है. बिना पोस्टमार्टम किए यह दावा किया जा रहा है कि पेट दर्द और अन्य वजहों से मौत हुई है. जाहिर तौर पर मामले को दूसरा रूप दिया जा रहा है. इस मामले में मुख्यमंत्री आखिर चुप क्यों हैं. उन्हें सामने आकर जवाब देना चाहिए और उच्चस्तरीय जांच करा कर दोषियों को फांसी की सजा देनी चाहिए.'-राजेश राठौड़, कांग्रेस नेता
शराबबंदी से हुई मौतों पर सवाल
वहीं, शराबबंदी से हुई मौतों के लेकर राजद ने भी सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं. राजद नेता ने कहा कि मामला अत्यंत गंभीर है. सरकार को तुरंत पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए बड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.