पटनाःहर साल की तरह इस साल भी बाढ़ का प्रकोप पूरे उत्तर बिहार में शुरू हो चुका है. इसके साथ ही बाढ़ पर राजनीति भी शुरू हो गई है. मानसून सत्र के दौरान इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हर साल हवाई सर्वे करते हैं. लेकिन नतीजा सिफर रहता है.
बाढ़ को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर किया हमला, कहा- CM के हवाई सर्वे का नतीजा सिफर
विधानसभा में कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है. नेताओं ने कहा कि सीएम सिर्फ हवाई सर्वे कर रहे हैं. बाढ़ से बचाव के लिए अब तक कोई काम नहीं हुआ है.
नीतीश कुमार पर विपक्ष हमलावर
पूरे उत्तर बिहार में बाढ़ ने दस्तक दे दी है. लोगों ने बर्बादी और मौत के डर से पलायन करना भी शुरू कर दिया है. वहीं, इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान बाढ़ को लेकर कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि सीएम सिर्फ हवाई सर्वे करने में विश्वास रखते हैं. चाहे बाढ़ हो या सुखाड़ या फिर चमकी बुखार. हर मामले में सरकार नाकाम साबित हुई है.
कई नदियों का जलस्तर बढ़ा
मदन मोहन झा ने कहा कि बिहार में कमोबेश हर वर्ष बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है. इससे सीमांचल और मिथिलांचल के तमाम जिले प्रभावित होते हैं. हजारों परिवार बेघर हो जाते हैं और सैकड़ों लोग मौत की चपेट में आ जाते हैं. लेकिन सरकार इसको लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाती दिखती. मालूम हो कि बिहार के सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, अररिया, सुपौल, किशनगंज और शिवहर बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. नेपाल में हो रही भारी बारिश और बांध से छोड़े गए पानी से उत्तर बिहार में लगातार बाढ़ की स्थिति पैदा हो रही है. नेपाल से छोड़े गए पानी से कोसी, गंडक और बागमती नदी में पानी का स्तर काफी बढ़ गया.