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जहरीली शराब से मौत पर विधानसभा में बवाल, विपक्ष ने शराबबंदी पर उठाए सवाल

त्योहारों के दौरान जहरीली शराब पीने से मौत (Death Due To Poisonous Liquor) का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शराबबंदी के बाद से अब तक बिहार में 200 से ज्यादा लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. हालांकि सरकार इसको स्वीकारने को तैयारी नहीं है. बुधवार को इसी मुद्दे को लेकर बिहार विधानसभा में भी जोरदार हंगामा हुआ. विपक्ष सरकार से इस पर बहस कराने की मांग कर रहा है.

विपक्ष का बिहार विधानसभा में हंगामा
विपक्ष का बिहार विधानसभा में हंगामा

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Published : Mar 23, 2022, 8:07 PM IST

पटना:बिहार में शराबबंदी (Liquor Prohibition Law in Bihar) कानून के बावजूद हाल के दिनों में जहरीली शराब पीने से मौत (Death Due To Poisonous Liquor) की घटना बढ़ गई है. इसको लेकर बुधवार को विपक्ष ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग (Demand for Resignation from CM Nitish Kumar) तक कर दी. विपक्ष ने सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी. आरजेडी सदस्यों ने आरोप लगाया कि जहरीली शराब से मौत मामले में मृतकों में से किसी का भी पोस्टमार्टम नहीं कराया गया.

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जहरीली शराब से मौत मामले पर हंगामा:जहरीली शराब के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा. विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों को अपनी सीट पर बैठने की सलाह दी. इस मामले में संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जवाब दिया. विजय चौधरी ने कहा कि गृह विभाग के बजट पर चर्चा होगी और उसमें सदस्य अपनी बात रख सकते हैं. यह सुनते ही विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर लगातार नारेबाजी करने लगे और सीएम नीतीश से इस्तीफे की मांग करने लगे. आरजेडी के सदस्यों ने कहा कि 'नीतीश कुमार गद्दी छोड़ो.

विपक्ष ने सदन में किया हंगामा: आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है. सरकार के संरक्षण में शराब का अवैध कारोबार हो रहा है. सफेदपोश भी शराब के कारोबार में संलिप्त हैं. उन्होंने कहा कि हम सदन के अंदर जहरीली शराब से मौत के मामले को लेकर बहस की मांग कर रहे हैं. उधर कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि सरकार का शराबबंदी कानून सिर्फ कागजों पर है. वहीं, भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि जहरीली शराब से मौत हो रही है लेकिन सरकार की संवेदनशीलता नहीं दिख रही है. आखिर कितनी मौतों के बाद सरकार जागेगी. बिहार सरकार को शराबबंदी कानून की समीक्षा करनी चाहिए.

सरकार का जवाब: हालांकि सरकार का बचाव करते हुए मद्य निषेद मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि ये मुद्दा बांका, भागलपुर और मधेपुरा जिले का है. जो रिपोर्ट डीएम और एसपी से आई है, उसके मुताबिक अभी तक जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है. हमें पोस्टमोर्टम और एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार है. उन्होंने कहा कि सरकार किसी को नहीं बचाएगी. अगर कोई इसमें शामिल पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.

भागलपुर में 22 लोगों की संदिग्ध मौत: भागलपुर जिले में 22 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. जिले में विश्विद्यालय थाना क्षेत्र और नवगछिया के भवानीपुर ओपी थाना क्षेत्र में शराब से ज्यादातर मौतें हुईं हैं. दर्जनभर से ज्यादा लोग यहां बीमार हैं. जहरीली शराब से मौत और दर्जनों लोग के बीमार होने की सूचना से पूरे इलाके में अभी भी खलबली मची हुई है. प्रशासन ये जानने में जुटा है कि इतनी संख्या में हुई मौत की असल वजह जहरीली शराब है या कुछ और?

बांका में 13 लोगों की संदिग्ध मौत: बांका में भी 13 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. परिवार वालों की मानें तो इनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. वहीं पुलिस और प्रशासन की टीम ने डीएम और एसपी के नेतृत्व में जांच की है. प्रशासन की टीम ने पाया कि मौतों की वजह बीमारी है. प्रशासन ने दावा किया है कि ये सभी मौतें बीमारी की वजह से हुईं हैं. खुद प्रशासन की टीम ने मरने वालों के घर पहुंचकर जानकारी इकट्ठा की है. सवाल इस बात का है कि यही प्रशासन जब किसी की मौत होती है तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार करती है, लेकिन इस मामले में अपनी इंटरनल रिपोर्ट पर भरोसा करके ये कह दिया कि मौत बीमारी से हुई है. फिर सवाल उठता है कि क्या प्रशासन के जांच का आधार 'पोस्टमार्टम रिपोर्ट' है या 'इंटरनल सर्वे'?

मधेपुरा में 3 लोगों की संदिग्ध मौत: मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थाना क्षेत्र में एक ही गांव के कई लोग बीमार पड़ गए. जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं कई लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं. मौत जहरीली शराब पीने से ही हुई है इसकी पुष्टि प्रशासन ने अभी तक नहीं की है.

सिवान में 3 लोगों की संदिग्ध मौत: वहीं, सिवान में भी तीन लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत बताई जा रही है. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सरावे गांव और छोटपुर गांव के ग्रामीणों ने खरीदकर जहरीली शराब का सेवन किया था. परिवार वालों का आरोप है कि इन सभी की मौत की वजह जहरीली शराब ही है. सिवान में एक मृतक की पत्नी सिंगरीया देवी मीडिया को बोतल दिखाकर बता रही है कि मेरे पति की मौत इस बोतल की शराब पीने से हुई है. वृद्ध महिला ने कहा कि उल्टी हुई, फिर पेट दर्द हुआ, फिर मौत हो गई. पर बार-बार कुरेदने के बाद भी शराब का नाम लेने से डर रही है. इस केस में भी प्रशासन कुछ भी बोलने से बचता दिख रहा है. अभी भी दो लोगों का इलाज जारी है.

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