पटना: बिहार में महागठबंधन बनाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र में विपक्षी एकजुटता को जमीन पर उतारने में लगे हैं. कर्नाटक चुनाव के बाद 17 या 18 मई को पटना में भाजपा विरोधी दल के नेताओं की बड़ी बैठक हो सकती है. नीतीश कुमार के नजदीकी जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि विपक्षी एकजुटता को लेकर नीतीश कुमार फोन से भी बातचीत कर रहे हैं. हम लोग पॉजिटिव दिशा में कदम आगे बढ़ा रहे हैं. कर्नाटक चुनाव के बाद स्थिति और भी स्पष्ट हो जाएगी.
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"मुख्यमंत्री चाहते हैं विपक्षी दल एकजुट हो जाए, जिससे हमारी जीत सुनिश्चित हो. इसमें हम लोग सफल भी हो रहे हैं. विपक्ष के नेता चाहते हैं एक मंच पर आना कर्नाटक चुनाव के बाद एक बड़ी मुहिम की शुरुआत होगी"- अशोक चौधरी, मंत्री भवन निर्माण विभाग
कर्नाटक चुनाव पर नजरः नीतीश कुमार के नजदीकी मंत्री संजय झा का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए विपक्ष के सभी नेताओं के संपर्क में हैं. कुछ खबरें मीडिया में आती है कुछ खबरें नहीं आती हैं. विपक्षी एकजुटता में विपक्ष के नेताओं का एक मत है कि 2024 लोकसभा चुनाव के लिए सभी को एक मंच पर आना चाहिए. संजय झा ने कहा मुख्यमंत्री टेलीफोन से भी बातचीत कर रहे हैं और जाकर भी मुलाकात कर रहे हैं. कई नेताओं से मिल चुके हैं. संजय झा ने कहा कि कर्नाटक चुनाव के बाद विपक्षी एकजुटता की स्थिति और स्पष्ट होगी. बिहार में बैठक होगी इस पर संजय झा ने कहा है इसकी संभावना तो है, कर्नाटक चुनाव के बाद इस पर फैसला होगा.
चल रही कवायद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों की एकजुटता को लेकर भाजपा विरोधी दल के नेताओं के साथ बिहार में ही बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करने वाले हैं. अब तक विपक्ष के कई नेताओं से मिल चुके हैं. 11 अप्रैल को मुख्यमंत्री दिल्ली गए थे. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन और राहुल गांधी से मुलाकात की थी. लंबी बैठक चली थी और उसी में तय हुआ कि आगे क्या कुछ करना है. नीतीश कुमार को विपक्ष को एकजुट करने की जिम्मेवारी दी गई है. उसके बाद नीतीश कुमार अरविंद केजरीवाल से भी मिले बाद में कोलकाता जाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और लखनऊ जाकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से भी मुलाकात की.
एकजुटता की मुहिमः इस बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पटना आकर नीतीश कुमार से मुलाकात की. नीतीश कुमार ने अपने नज़दीकियों को भी एकजुटता की मुहिम में जिम्मेवारी दी है. ललन सिंह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जाकर मुलाकात की थी. वहीं बिहार विधान परिषद के सभापति और नीतीश कुमार के नजदीकी माने जाने वाले देवेश चंद्र ठाकुर मुंबई जाकर शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी.