पटनाः मोतिहारी में जहरीली शराब के सेवन से लगभग 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हाने मोतिहारी के इलाकों का दौरा करने के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से प्रशासन का फेल्योर है, इससे पहले भी बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत हो गई है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है, शराब माफिया खुले घूम रहे हैं और थानों में भी बैठ रहे हैं. ये सराकर की नाकामी है, इनकी प्रशासिन अराजकता का परिणाम है कि लोग जहरीली शराब से मर रहे हैं.
Motihari Hooch Tragedy: 'प्रशासनिक अराजकता का परिणाम है जहरीली शराब से मौत', सरकार पर बरसे नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा
बिहार में पूर्ण शराबबंदी है फिर भी आए दिन बिहार में लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं. सरकार चाहे कितना भी दावा कर ले लेकिन सरकार और प्रशासन की नाक के नीचे शराब तस्करी का खेल खेला जा रहे है और शराब पीने लोग अपनी जान गवां रहे हैं. जहरीली शराब की घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सरकार को फेल्योर बताया है.
"प्रशासन सीसीटीवी के माध्यम से उन्हें चिन्हित कर सकता है, लेकिन इस सरकार में कोई संवेदनशीलता और साहस नहीं है कि उन शराब माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई कर पाए. शराब से लोग मर रहे हैं और सीएम वहां स्थिति और सच्चाई को देखने तक नहीं जाते हैं. ये सरकार की पूरी तरह नाकामयाबी है"-विजय सिन्हा,नेता प्रतिपक्ष
पीड़ित को मुआवजा देना चाहिएः वहीं, विजय सिन्हा ने सर्वदलीय बैठक पर कहा कि सबसे पहले यह घोषणा की जाएगी जिन लोगों की शराब से मौत हुई है उनको मुआवजा दिया जाए तभी सार्थक होगा और मुआवजा देना चाहते हैं तो सर्वदलीय बैठक वो बुलाएं हम तो पहले से ही पीड़ित को मुआवजे देने की मांग करते आएं है, लेकिन ये सरकार सुनती कहां है.
जहरीली शराब से 37 लोगों की मौत: आपको बता दें कि बिहार के मोतिहारी में जहरीली शराब कांड में पुलिस ने 22 लोगों के मरने की पुष्टि की है. हालांकि अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है, अभी भी सदर अस्पताल में कुल 15 लोगों का इलाज चल रहा है. इस मामले में 70 शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही 2 अधिकारियों और 9 चौकीदारों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं सरकार अब पीड़ितों को मुआवजा देने की बात भी कर रही है.