विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा पटनाःनौकरी के बदले जमीन घोटाले मेंसीबीआई द्वारा तेजस्वी यादव पर चार्जशीटदाखिल किए जाने के बाद से ही विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. भाजपा नेताविजय सिन्हा ने कहा कि अब जदयू भी राजद और कांग्रेस के साथ खड़ी हो गई है. चार्जशीटेड लोगों के साथ रहकर न्याय के साथ शासन चलाने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. लोकलज्जा और नैतिकता को ध्यान में रखते हुए उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा लिया जाना चाहिए. अगर वो इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन्हें शीघ्र मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें, नहीं तो सड़क से सदन तक आंदोलन होगा.
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तेजस्वी पर चार्जशीट के बाद तेज हुई इस्तीफे की मांग : बिहार की जनता जानती है कि किस प्रकार वर्ष 2005 में दलित के पुत्र जीतन राम मांझी का मात्र केस में नाम रहने पर इस्तीफा लिया गया था. वर्तमान 17वीं विधानसभा के कार्यकाल में ही मंत्री बनने के तुरन्त बाद स्वर्गीय मेवा लाल चौधरी एवं पिछले साल महागठबंधन सरकार बनने पर कार्तिक कुमार का इस्तीफा लिया गया. तो अब तेजस्वी यादव से क्यों नहीं लिया जा रहा.
"वर्ष 2017 में तो सीबीआई द्वारा छापा मारने पर ही तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को शासन से अलग करने हेतु राजद का परित्याग कर दिया गया था, अब कौन सी मजबूरी है जो राज्य के मुखिया भष्ट्राचार के बड़े मामले में चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री पर कार्रवाई करने से डर रहे हैं? शासन में इसी दोहरा मापदंड के कारण बिहार में प्रशासनिक अराजकता चरम पर है"-विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा
'राज्य के लोग तमाशा देख रहे है' : विजय सिन्हा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जन कल्याण की योजनाएं भष्ट्राचार की भेंट चढ़ रही है. सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. इस स्थिति से उबरने हेतु आवश्यक है कि राज्य के मुखिया स्वतंत्र और निष्पक्ष होकर निर्णय लें. विजय सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन सरकार का तमाशा राज्य के लोग अच्छी तरह देख रहे हैं. शिक्षा मंत्री और उनके विभागीय अपर मुख्य सचिव में तनातनी के बीच राजद और जेडीयू का स्टैंड अलग-अलग है.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और केके पाठक आमने-सामने : राजद शिक्षा मंत्री के पक्ष में खड़ी है तो जदयू अपर मुख्य सचिव के पक्ष में. मंत्रिमंडल की सामूहिक जिम्मेवारी के सिद्धांत को तार-तार कर दिया गया है और शासन में एक यूनिट के रूप में कार्य करने में ये विफल हो रहे हैं. विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब अपनी चुप्पी तोड़ कर यह बताना चाहिए कि वे उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा कब लेंगे या क्यों नहीं लेंगे.