पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं. बाढ़ ने खासकर पूर्णिया और सीमांचल से सटे इलाके और बिहार के नेपाल से सटे क्षेत्रों में तबाही मचा रखी है. मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से जायजा ले रहे हैं तो वहीं बिहार विधानसभा विपक्ष के हंगामे के कारण नहीं चल सका. आरजेडी और माले के सदस्यों ने कहा कि सरकार जमीन पर कुछ नहीं कर रही है और जनता परेशान है. आरजेडी के सदस्यों ने कहा कि विधानसभा 2 दिन के लिए स्थगित कर दिया जाए, ताकि विधायक बाढ़ पीड़ितों की मदद कर सके.
सरकार डिबेट के लिए तैयार- श्रवन कुमार
विधानसभा की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज भी नहीं पहुंचे. लेकिन, आरजेडी के सदस्यों ने बाढ़ को लेकर जमकर हंगामा किया. पहले सदन के बाहर और फिर सदन के अंदर हल्की प्रश्नकाल को चलने दिया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह गंभीर मामला है. संसदीय कार्य मंत्री श्रवन कुमार ने कहा कि सरकार डिबेट के लिए तैयार है. लेकिन आरजेडी के सदस्य ने कहा कि इस पर सरकार तुरंत जवाब दे.
विपक्ष ने सरकार पर लगाए कई आरोप
आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और भाई वीरेंद्र ने तो यहां तक कहा कि 2 दिन विधानसभा को स्थगित कर देना चाहिए, जिससे विधायक अपने-अपने क्षेत्र में जाकर बाढ़ पीड़ितों की मदद कर सके. मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री आज भी हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं और उनके साथ जल संसाधन मंत्री भी हैं. वो जब हवाई सर्वेक्षण करने के बाद लौट आएंगे तो सही स्थिति से सदस्यों को अवगत करा देंगे. लेकिन आरजेडी के सदस्य नहीं माने और हंगामा करते रहे. विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. कार्यवाही स्थगित होने के बाद आरजेडी के ललित यादव और भाई वीरेंद्र ने मीडिया से बातचीत में सरकार पर कई आरोप लगाए.
हालात पर मुख्यमंत्री की है नजर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दूसरे दिन भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं. उन्होंने कल भी हवाई सर्वेक्षण किया था और मुख्यमंत्री आवास में बैठक भी की थी. उसके बाद कई दिशा-निर्देश दिया था. पर्याप्त संख्या में रिलीफ केंद्र बनाने का भी निर्देश दिया था और कम्युनिटी किचन भी आवश्यकता अनुसार बनाने के लिए कहा था. जिससे बाढ़ पीड़ितों को कोई परेशानी नहीं हो सके. मुख्यमंत्री लगातार पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं विपक्ष का कहना था कि सरकार जमीन पर कुछ नहीं कर रही है, जो बाढ़ पीड़ित हैं उन्हें बाहर नहीं निकाला जा रहा है. यहां तक कि अभी तक बाढ़ पीड़ितों को चूड़ा गुड़ भी नहीं दिया गया है.