पटना: विधानसभा में मंगलवार को दूसरे हाफ में जल संसाधन विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के साथ पीआरडी के बजट पर चर्चा हुई. इस दौरान मंत्रियों ने विभागों की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. हालांकि इस दौरान विपक्ष ने सदन का बाहिष्कार कर दिया और सरकार पर कई आरोप लगाए.
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कई योजनाओं की हुई घोषणा
विधानसभा में पहले पशु मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री मुकेश सहनी ने वित्तीय वर्ष में कई योजना शुरू करने की घोषणा की. मछली उत्पादन बढ़ाने से लेकर मछुआरों को कई तरह के लाभ देने की बात कही. वहीं, दुग्ध उत्पादन वृद्धि के लिए किसानों को कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराने की भी घोषणा की. इसके बाद जल संसाधन मंत्री संजय झा ने विभाग के वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 3000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं में खर्च की जाने वाली राशि को लेकर सदन में वक्तव्य दिया.
विपक्ष ने किया हंगामा
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए आधुनिक तकनीक के प्रयोग करने के साथ ही पश्चिमी कोसी नहर का काम जल्द पूरा किया जाएगा. इसके साथ नदी जोड़ योजनाओं की भी चर्चा की और हर खेत को पानी पहुंचाने के ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में भी बताया. संजय झा ने गंगा उद्धव योजना की प्रगति को लेकर भी जानकारी दी, लेकिन आरजेडी, माले और कांग्रेस के सदस्यों ने मंत्री के जवाब के विरोध में सदन से बहिष्कार कर दिया. विपक्ष का कहना है कि विभाग सिर्फ बजट उपबंध करता है काम कुछ नहीं होता है योजना की राशि का लूट खसोट होता है.
विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं
विपक्ष के बहिष्कार करने पर बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि "विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है जल संसाधन विभाग में तेजी से काम हो रहे हैं बाढ़ से बचाव के साथ कई योजनाओं पर काम हो रहा है"
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मुकेश सहनी का विपक्ष पर तंज
वहीं, मुकेश सहनी जब सदन में विभाग के बजट पर सरकार की तरफ से पक्ष रख रहे थे, तो सत्ता पक्ष के सदस्य जमकर हंगामा कर रहे थे. विपक्ष के हंगामा करने को लेकर मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि हम लोग चारे की व्यवस्था जानवरों के लिए कर रहे हैं आदमी के लिए नहीं कहीं ना कहीं उनका निशाना चारा घोटाला को लेकर था.