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सदन में हंगामे पर सत्ता पक्ष हमलावर, कहा- 'BJP नहीं चाहती की जनता के मुद्दे सदने में उठे'

बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Bihar Assembly Winter Session) के तीसरे दिन जहरीली शराब से मौत का मुद्दा दोनों सदनों में छाया रहा. विपक्ष ने जहां छपरा शराब कांड को लेकर सरकार पर हमला किया तो वहीं सत्ता पक्ष ने भी मोर्चा खोल दिया. महागठबंधन सरकार के मंत्रियों ने भी बीजेपी के हंगामे को अनुचित ठहराया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनता के मुद्दों को सदन में आने ही नहीं देना चाहती. पढ़ें-

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Published : Dec 15, 2022, 8:20 PM IST

देखें रिपोर्ट.

पटना: शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन छपरा में जहरीली शराब से मौत (Bihar Hooch Tragedy) का मामला छाया रहा. सदन के बाहर और सदन के भीतर बीजेपी ने जमकर हंगामा किया और धरना दिया. बीजेपी ने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चलती रही. पहले हाफ में जहां प्रश्नकाल और ध्यान कर्षण में सरकार ने उत्तर दिया तो वहीं दूसरे हाफ में सरकार की ओर से बिहार विनियोग अधिकाई विधेयक 2022, नगरपालिका संशोधन विधेयक 2022, बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक 2022 पास कराया गया.

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सत्ता पक्ष का बीजेपी पर निशाना : बीजेपी के सदस्यों ने स्पीकर पर पक्षपात करने का आरोप (Bihar Opposition Blame on Speaker) लगाया, तो वहीं सत्तापक्ष के सदस्यों ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पब्लिक का सवाल सदन में आने ही नहीं देना चाहती है. उन्हें इस्तीफा मांगना ही है तो प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काम बोलता है. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा कि देश में कोई काम थोड़े हो रहा है ड्रामा हो रहा है. जब महंगाई और बेरोजगारी की बात होती है तो हिंदू-मुस्लिम और मंदिर मस्जिद की बात करते हैं.

''हमारे नेता के बारे में पूरा देश जानता है कि उनका काम बोलता है. विधानसभा में जब हम लोग विकास और काम की बात कर रहे हैं तो BJP हंगामा करती है. बीजेपी छपरा या कहीं भी जाए हमारे नेता का जोर नहीं है. देश आवाज दे रहा है 2024 में दिल्ली पहुंचिये.'' -जमा खान, मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग


'लोकतंत्र है हम प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगते हैं' : छपरा जाने के सवाल पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा बीजेपी को लोग उत्तर प्रदेश चले जाएं. बगल में मध्यप्रदेश हैं वहां भी चले जाएं, लोकतंत्र है जहां इच्छा है वहां जाएं. जदयू के मंत्री ने कहा कि जब विधानसभा में उनको अपने उत्तर लेने का समय नहीं है तो छपरा या कहीं और जाने का उनके पास पर्याप्त समय है. उन्हें सवाल का जवाब लेने के लिए जनता ने विधानसभा भेजा है, लेकिन वेल में हंगामा कर रहे हैं. नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग पर श्रवण कुमार ने कहा कि लोकतंत्र है, हम प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगते हैं कौन रोकेगा?

''बीजेपी के लोग बगल में उत्तर प्रदेश चले जाएं, मध्यप्रदेश है वहां चले जाएं जहां इच्छा हो जाएं. जिनको विधानसभा में उत्तर लेने का समय हनी है तो वो छपया या कहीं और जाने का पर्याप्त समय उनके पास है. उन्हें जनता ने विधानसभा भेजा है लेकिन वेल में हंगामा कर रहे हैं. लोकतंत्र है हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगते हैं कौन रोकेगा''- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री

मौतों पर न हो राजनीति: वहीं कांग्रेस विधायक आनंद शंकर ने कहा माफिया और अधिकारियों में मिलीभगत है इसलिए कड़ी कार्रवाई माफियाओं पर भी होने चाहिए और अधिकारियों पर भी इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. वहीं आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने कहा विपक्ष के सदस्यों से आग्रह करेंगे प्रश्नकाल चलाने में सहयोग करें और मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे कि यदि जरूरत पड़े तो कानून को और सख्त करें.


बीजेपी का शिष्टमंडल पहुंचा छपरा: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Bihar Leader of Opposition Vijay Sinha) के नेतृत्व में बीजेपी का शिष्टमंडल विधानसभा से छपरा पहुंचा जहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात असल वजह जानी. विजय सिन्हा ने साफ कहा कि जनता की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है. विधानसभा अध्यक्ष पक्षपात कर रहे हैं. गौरतलब है कि 5 दिनों तक चलने वाले शीतकालीन सत्र के तीन दिन बीत चुके हैं. शेष 2 दिन बचे हैं लेकिन बीजेपी का जो तेवर है उससे साफ लग रहा है कि सदन की कार्यवाही हंगामेदार होगी.

छपरा जहरीली शराब कांड: बिहार के सारण जिले में हर घंटे जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा एक-एक कर बढ़ता जा रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. ये मौतें मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई हैं. वहीं, शराब कांड में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए SDPO का ट्रांसफर, थानाध्यक्ष और कांस्टेबल को किया सस्पेंड कर दिया है.

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