पटना: बाढ़ को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को निशाने पर ले रही है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सरकार ने बाढ़ पूर्व कोई तैयारी नहीं की थी. यही कारण है कि बिहार के कई जिलों में बाढ़ पीड़ितों को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि अकेले सीतामढ़ी जिले में सबसे ज्यादा लोगों की बाढ़ से मौत हुई है. इसके जिम्मेदार नीतीश कुमार हैं.
रामचंद्र पूर्वे ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ पूर्व कोई तैयारी नहीं करते हैं और बाढ़ नियंत्रण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाते हैं. यही कारण है कि उत्तर बिहार के दर्जनों जिले बाढ़ में डूब जाते हैं. इसके बाद जा कर सरकार की नींद खुलती है.
आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे का बयान
स्थिति जस की तस बनी है- रामचंद्र पूर्वे
रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को ठीक से राहत सामग्री नहीं पहुंचाई जा रही है. राहत कार्य ठीक से नहीं चल रहा हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं और उनके अधिकारी भी बाढ़ पीड़ितों के पास नहीं जाते हैं. पूरी सरकार फेल है. बिहार में हर एक साल बाढ़ आती है और स्थिति जस की तस बनी है. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए कोई ठोस योजना बनाएं. साथ ही बाढ़ नियंत्रण के लिए भी ठोस पहल हो.
विपक्ष लगातार सरकार पर साध रहा है निशाना
बता दें कि बाढ़ राहत कार्य को लेकर लगातार विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. जबकि सरकार बार-बार यह दावा कर रही है कि बाढ़ पीड़ितों को कहीं भी किसी भी तरह की दिक्कत नहीं है. लेकिन, जिस तरह से उत्तर बिहार के कई नदियों में फिर से पानी आ रहा है. बाढ़ का पानी भी फिर से फैलना शुरू हो गया है. सरकार के लिए यह एक गंभीर विषय है.
अधिकारी नहीं कर रहे हैं दौरा- विपक्ष
विपक्ष का आरोप है कि सरकार तो सरकार उनके अधिकारी भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौरा नहीं कर रहे हैं. राहत कार्य ठीक से नहीं किया जा रहा है. वैसे बाढ़ प्रभावित कई जिलों में इंडियन एयर फोर्स ने फूड पैकेट गिराए हैं. लेकिन जिस तरह की समस्या खाने-पीने की वस्तुओं को लेकर हो गई है. इससे पता चलता है कि सभी जिलों में सरकार की ओर से किए गए इंतजाम नाकाफी हैं.