पटना: बिहार में कोरोना की दूसरे लहर में मौत के आंकड़ें भयावह हैं. बिहार सरकार लगातार आंकड़ों को छुपा रही थी और हर रोज आंकड़ें कम कर बताए जा रहे थे. बिहार में कोरोना की पहली लहर में 1600 संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दूसरी लहर के दौरान 3878 मौत को दिखाया गया था.
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मौत के आंकड़ों की बाजीगरी
सरकार के मुताबिक कोरोना की दोनों लहर के दौरान 5478 मौत हुई. लेकिन, जब पटना हाईकोर्ट ने सरकार पर दबाव डाला और पंचायत स्तर पर मौत की गणना कर रिपोर्ट देने को सरकार से कहा तब चौका देने वाले आंकड़े सामने आए. मौत के आंकड़े को रिवाइज करने के बाद कुल 3951 अन्य लोगों की कोरोना से पुष्टि हुई है. जिसके बाद दूसरी लहर के दौरान 7829 संक्रमित मरीजों की मौत हुई. जिसके बाद दोनों लहर में मृतकों की संख्या 10 हजार के करीब पहुंच गई है.
बिहार सरकार ने छिपाया आंकड़ा?
1 अप्रैल 2021 से 8 जून 2021 तक 69 दिन के दौरान 2878 लोगों की मौत की खबर सरकार द्वारा दी गई. औसतन हर रोज 56 लोगों की मृत्यु हो रही थी, लेकिन आंकड़ा रिवाइज होने के बाद 69 दिन के दौरान 7829 लोगों की मौत दूसरी लहर में हुई. औसतन हर रोज 113 लोगों की मौत दूसरी लहर में दर्ज की गई. कुल मिलाकर 102% मृत्यु में इजाफा हुआ है. जिलों से जो रिपोर्ट मंगवाई गई उसमें ज्यादातर सब ऐसे थे, जिनका दाह संस्कार प्रोटोकॉल के हिसाब से नहीं किया गया.
हकीकत से कोसों दूर सरकारी आंकड़ा
सरकार अब जो आंकड़ें पेश कर रही है, वह हकीकत से कोसों दूर है. अकेले राजधानी पटना के पांच श्मशान घाटों में 50 दिनों के अंदर 6088 शव जलाए गए, जिसमें 2841 कोविड-19 मरीजों के शव थे. पटना से 5 घाटों के अलावा बाहर जलाने वाले शव और कब्रिस्तान में दफनाने वाले शवों की संख्या शामिल नहीं है.
राजधानी पटना के पास रात में अप्रैल माह में 1464 शव जलाए गए, जिसमें 939 कोविड-19 शव और 525 सामान्य शव थे. वहीं, मई महीने में 704 कोविड शव और 127 सामान्य शव का दाह संस्कार किया गया.
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जिले वार मौत का आंकड़ा
- पहले स्थान पर पटना रहा जहां पूर्व में 1223 लोगों की मौत हुई थी, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 2293 पहुंच गया.
- दूसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर रहा जहां पूर्व में 294 लोगों की मौत हुई थी, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 608 पहुंच गया.
- तीसरे स्थान पर नालंदा रहा जहां पूर्व में 240 लोगों की मौत हुई थी, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 462 पहुंच गया.
- चौथे स्थान पर बेगूसराय रहा जहां पूर्व में 138 लोगों की मौत हुई थी, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 454 पहुंच गया.
- पांचवें स्थान पर पूर्वी चंपारण रहा जहां पूर्व में 131 लोगों की मौत हुई थी, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 422 पहुंच गया.
- छठे स्थान पर दरभंगा रहा जहां पूर्व में 191 लोगों की मौत हुई थी, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 341 पहुंच गया.
- सातवें स्थान पर मधुबनी रहा जहां पूर्व में 154 लोगों की मौत हुई थी, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 316 पहुंच गया.
- आठवें स्थान पर रोहतास रहा जहां पूर्व में आंकड़ा 146 था, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 268 पहुंच गया.
- नौवें स्थान पर पूर्णिया रहा जहां पूर्व में 70 लोगों की मौत दर्ज की गई, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 171 पहुंच गया.
- दसवें स्थान पर कैमूर रहा जहां पूर्व में 44 लोगों की मौत दर्ज की गई, वहीं संशोधित होने के बाद आंकड़ा 146 पहुंच गया.