पटनाःकोरोना संक्रमण के कारण देश भर में लॉक डाउन लागू है, लॉक डाउन कि वजह से सभी तरह के रोजगार बंद पड़े है, काम नहीं मिलने के कारण दूसरे राज्यों में रह रहे लोग अब अपने राज्य वापस आ रहे हैं. ऐसे में संक्रमण न फैले जो भी प्रवासी मजदूर आ रहे हैं सरकार उन्हें क्वॉरेंटाइन कर रही है. लेकिन प्रवासी मजदूर सुविधा ना मिलने आए दिन हंगामा करते हुए देखे जा रहे हैं. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है. क्वारंटाइन सेंटर की बदहाली को देखने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जायजा ले रहे हैं. मुख्यमंत्री के इस समीक्षा बैठक पर विपक्षी दलों ने हमला किया है.
हम प्रवक्ता का आरोप- गिने-चुने लोगों से ले रहे राय
हम प्रवक्ता विजय यादव ने मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के जरिए प्रवासी मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर की जो व्यवस्था की गई है उसमें लोगों को खाने पीने व्यवस्था बिल्कुल ही घटिया है. क्वॉरेंटाइन सेंटर को लेकर जो भी मुख्यमंत्री समीक्षा बैठक कर रहे हैं, उसमें पदाधिकारी के जरिए गिने-चुने लोगों के द्वारा ही उनसे वहां का हाल-चाल ले रहे हैं. अगर सरकार सचमुच में क्वॉरेंटाइन सेंटर पर अच्छी व्यवस्था करती तो इस तरह से हंगामे की खबरें नहीं आती. हम प्रवक्ता ने मांग की है कि मुख्यमंत्री हर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर अपने पार्टी के विधायक या फिर मंत्रियों को जाने का परमिशन दें. तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.