पटनाः बिहार में NRC मुद्दा इन दिनों काफी चर्चा में है. सत्ताधारी दल जदयू इस इस मुद्दे पर सहयोगी से लेकर विपक्ष के निशाने पर है. जहां बीजेपी इस मुद्दे पर फ्रंटफुट पर बैटिंग कर रही है. वहीं, जदयू ने डिफेंसिव के साथ-साथ आक्रामक रवैया भी अपना रखा है. सबसे ज्यादा सीएम नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं. एनआरसी पर सीएम की चुप्पी को लेकर विपक्षी नेता कटाक्ष करते हुए सवाल पूछ रहे हैं.
नीतीश पर विपक्ष का जोरदार हमला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि पहले नीतीश कुमार बिहार में एनआरसी एक्ट लागू करें, तभी इसकी पूरी जानकारी मिलेगी. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी की राजनीति धर्म और जाति की बुनियाद पर ही खड़ी है. मदन मोहन झा के मुताबिक बीजेपी अबतक जनता के हित में कोई भी काम नहीं कर पायी है, इस वजह से वेवजह मुद्दों को हवा दे रही है. मदन मोहन झा ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एनआरसी को बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में भुनाना चाहती है.
राजद नेता विजय प्रकाश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा 'माहौल बिगाड़ने की कोशिश'
वहीं, इस मुद्दे पर राजद ने सीएम से स्पष्टीकरणकी मांग की है. राजद नेता विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि इस मुद्दे पर नीतीश कुमार को बयान देना चाहिए. राजद नेता ने सवाल करते हुए कहा कि, क्या नीतीश कुमार कुर्सी की लालच में एनआरसी एक्ट लागू करेंगे. साथ ही सरकार से सीमांचल क्षेत्र में बांग्लादेशी लोगों की संख्या बताने की मांग की है. विजय प्रकाश ने कहा कि भाजपा और आरएसएस का एजेंडा है धर्म और जाति विशेष की राजनीति करना. असम में NRC एक्ट लागू किया गया. लेकिन जो आंकड़ा सरकार ने पेश किया था उसके आधे भी लोग नहीं मिले. इससे जाहिर होता है कि भाजपा सिर्फ भेदभाव की राजनीति कर देश का माहौल बिगाड़ना चाहती है.
एनआरसी की मांग कर रही बीजेपी
गौरतलब है कि एनआरसी पर बीजेपी कोटे से पिछड़ा और अतिपिछड़ा मंत्री विनोद कुमार सिंह अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं. मंत्री ने बिहार में भी एनआरसी लागू करने की मांग जोरदार तरीके से उठाई है. उनका समर्थन केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी किया है.