पटनाः बिहार में सातवें में चरण में शिक्षक बहाली नियमावली को लेकर लगातार विरोध हो रहा है. शिक्षक अभ्यर्थी लगातार सरकार के प्रति आक्रोश जता रहे हैं. विरोध का असर सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल रहा है. ट्विटर पर लगातार #शिक्षक_नियमावली_वापस_लो ट्रेंड कर रहा है. सोशल मीडिया पर लगातार नई नियमावली को वापस लेने की मांग की जा रही है. शिक्षक अभ्यर्थी नई नियमावली को गलत बता रहे हैं, इससे अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में दिख रहा है.
Bihar Shikshak Niyojan: 'नियोजित शिक्षक तेरा भाग्य ही खराब'.. ट्रेंड कर रहा #शिक्षक_नियमावली_वापस_लो - Oppose of Bihar Shikshak Niyamawali
बिहार में शिक्षक बहाली में नई नियमावली का विरोध हो रहा है. सोशल मीडिया पर #शिक्षक_नियमावली_वापस_लो के साथ कैंपन चलाया जा रहा है. पोस्ट के जरीय यूजर सरकार से नई नियमावली को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. यूजर ने लिखा है कि नियोजित शिक्षक तेरा भाग्य ही खराब है. पढ़ें पूरी खबर...
नियोजित शिक्षक तेरा भाग्य ही खराबः #शिक्षक_नियमावली_वापस_लो के साथ सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट किया जा रहा है. उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के प्रदेश प्रवक्ता अश्वनि पांडेय (Ashwini Pandey@Ashwini_TET) ने लिखा है. 'ना ट्रांसफर की कोई नीति रही, ना MACP की कोई नीति रही, ना नियोजन इकाई से मुक्ति हुई, न सेवा निरंतरता और न ही वेतन संरक्षण का लाभ. जा रे बिहार के नियोजित शिक्षक तेरा भाग्य ही खराब है. क्योंकि बिहार में चाचा भतीजा का जो सरकार है. Ashwini Pandey ने एक रोते हुए इमोजी शेयर करते हुए लिखा #शिक्षक_नियमावली_वापस_लो.
मुख्य सचिव को दोबारा दिलवाएं परीक्षाःएक यूजर ने पप्पू यादव का ट्विट का जबाव देते हुए लिखा है कि 'चार वर्षों से नियुक्ति पत्र पाने की राह देख रहे STET/CTET पास योग्य शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए एक और परीक्षा पास करने के बाद नौकरी देने का तुगलकी फरमान सरकार जल्द वापस ले. बता दें कि जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव (Pappu Yadav@pappuyadavjapl) ने भी इसको लेकर ट्विट किया है जिसमें लिखा है कि 'शिक्षक नियमावली कुछ ऐसी है कि मुख्य सचिव को 36 साल की नौकरी के बाद उन्हें फिर से परीक्षा देने को कहा जाय! वह अपने बैच के टॉपर थे, लेकिन अभी एग्जाम देंगे तो शर्तिया फेल हो जाएंगे!' इसी तरह सोशल मीडिया पर लगातार शिक्षक बहाली नियमावली का विरोध हो रहा है.
क्या है मामलाः बता दें कि बिहार सरकार ने सातवें चरण में शिक्षक बहाली के लिए नई नियमावली जारी किया है. इसके तहत शिक्षक अभ्यर्थी को आयोग की परीक्षा को पास करना होगा, इसके बाद वे राज्यकर्मी हो जाएंगे. वहीं जो नियोजित शिक्षक हैं, उन्हें भी इस परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा. पास करने वे भी राज्यकर्मी होंगे, अगर फेल करते हैं तो वे नियोजित ही रहेंगे. इसी नियमावली का विरोध हो रहा है. शिक्षक अभ्यर्थी लगातार सरकार से इस नियमावली को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.