पटनाःरेलवे प्रशासन द्वारा ट्रेन परिचालन (operation of trains change in bihar) में सुगमता और यात्री सुविधा के लिए सोनपुर मंडल के दिनकर ग्राम सिमरिया स्टेशन के यार्ड रिमॉडलिंग एवं इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य 7 जनवरी से 11 जनवरी तक होगा. इस कारण पूर्व मध्य रेल(East Central Railway) की कुछ ट्रेनों के परिचालन में अस्थायी बदलाव किया गया है.
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परिवर्तित मार्ग से चलायी जाने वाली ट्रेनेंः08.01.2023 को खुलने वाली 22564 उधना- जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग दानापुर-पाटलिपुत्र-हाजीपुर-मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर के रास्ते चलाई जायेगी. 2- गांधीधाम से 07.01.2023 को खुलने वाली 15667 गांधीधाम-कामाख्या एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग दानापुर-पाटलिपुत्र-हाजीपुर-शाहपुर पटोरी-बरौनी-कटिहार के रास्ते चलाई जायेगी. 3-डिब्रूगढ़ से 09.01.2023 को खुलने वाली 13281 डिब्रूगढ़-राजेन्द्रनगर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग खगड़िया-सब्दलपुर-मुंगेर-किउल-मोकामा के रास्ते चलाई जायेगी. 4-बलिया से 09.01.2023 से 11.01.2023 तक खुलने वाली 13106 बलिया-सियालदह एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग परमानन्दपुर-पाटलिपुत्र-पटना-मोकामा के रास्ते चलाई जायेगी.
नियंत्रित कर चलायी जाने वाली ट्रेनेंः1-पटना से 09.01.2023 को खुलने वाली 15714 पटना-कटिहार इंटरसिटी एक्सप्रेस पटना और राजेन्द्रपुल के बीच 40 मिनट नियंत्रित कर चलाई जायेगी. 2-जयनगर से 09.01.2023 को खुलने वाली 12435 जयनगर-आनंद विहार गरीब रथ एक्सप्रेस समस्तीपुर और बरौनी के बीच 30 मिनट नियंत्रित कर चलाई जायेगी. 3- मैसूर से 06.01.2023 को खुलने वाली 12578 मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस रास्ते में 160 मिनट नियंत्रित कर चलाई जायेगी. 4- ओखा से 06.01.2023 को खुलने वाली 15635 ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस रास्ते में 120 मिनट नियंत्रित कर चलाई जायेगी.
पुनर्निधारित कर चलायी जाने वाली ट्रेने:1.पटना से 07, 08, 10 एवं 11.01.2023 को खुलने वाली 12568 पटना-सहरसा एक्सप्रेस 50 मिनट तथा 09.01.2023 को 160 मिनट पुनर्निधारित समय से चलाई जायेगी. इसके साथ ही पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने जानकारी दिया कि पूर्व मध्य रेल द्वारा कीर्तिमान स्थापित करते हुए चालू वित्त वर्ष 2022-23 के 05 जनवरी तक यात्री यातायात, माल ढुलाई आदि से प्राप्त होने वाला राजस्व रिकॉर्ड वृद्धि के साथ 20 हजार करोड़ को पार कर गया है. यह रेल राजस्व पूर्व मध्य रेल को अब तक के किसी भी वित्त वर्ष के समान अवधि में प्राप्त रेल राजस्व की तुलना में सर्वाधिक है. इस अवधि में माल लदान से लगभग 17,700 करोड़ रुपए जबकि कोचिंग आय के रूप में लगभग 2700 करोड़ रूपए प्राप्त हुए .
लगातार हो रही राजस्व में बढ़ोतरीः आपको बता दें कि पिछले वित्त वर्ष यानी 2020-21 (05 जनवरी तक) पूर्व मध्य रेलवे को लगभग 11,740 करोड़ रुपये का रेल राजस्व प्राप्त हुआ था. वहीं वित्त वर्ष 2021-22 में इसी अवधि तक 16,900 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था. जबकि चालू वित्त वर्ष के 05 जनवरी तक कुल 20,400 करोड़ रुपए प्राप्त हुआ है.