पटना: प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले निजी शिक्षण संस्थान के शिक्षकों ने एक दिवसीय सत्याग्रह किया. लॉकडाउन के चलते कई कारखानों के साथ साथ व्यावसायिक प्रतिष्ठान तक प्रभावित हुए थे. लेकिन सबसे ज्यादा मार पड़ी निजी शिक्षण संस्थानों पर.
बिहार में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने किया एक दिवसीय सत्याग्रह - one day Satyagraha in bihar
पूरे बिहार में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले एक दिवसीय सत्याग्रह आयोजित किया गया. इसी के तहत औरंगाबाद , लखीसराय और भोजपुर में भी प्रदर्शन किया गया.
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नीजि शिक्षण संस्थाओं का एक दिवसीय सत्याग्रह
औरंगाबाद जिले के प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले शहर के दानी बिगहा में अपनी मांगों के समर्थन में एक दिवसीय सत्याग्रह आयोजित की गई. आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे निजी शिक्षण संस्थान के शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सत्याग्रह पर बैठे गए. वहीं आरा में भी एक दिवसीय सत्याग्रह आंदोलन कर शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया. उधर लखीसराय के जिला समाहरणालय कैंपस के मैदान में प्राइवेट शिक्षक संघ की ओर से भी एक दिवस धरना का आयोजन किया गया.
स्कूल खोलने की मांग
आंदोलनरत शिक्षकों ने बताया कि विगत आठ माह से देश मे सभी निजी शिक्षण संस्थान बन्द पड़े हुए हैं. ऐसे में शिक्षकों का भुगतान, वाहनों का टैक्स, बिजली बिल, आरटीआई बच्चों का शुल्क का भुगतान करना विद्यालय के मत्थे है. आठ माह के बन्दी के कारण सभी शिक्षक भूखमरी के कगार पर आ चुके हैं. विद्यालय संचालकों ने कहा कि देश मे मॉल,ट्रेन,बाजार,बड़े बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान सभी खोल दिये गए. लेकिन कोरोना के नाम पर सिर्फ विद्यालयों में ही परेशानी है. सरकार को चाहिए कि निजी विद्यालयों को भी खोलने का आदेश दिया जाए और सभी संचालक कोविड 19 के शर्तों का पालन करेंगे.