पटना: जिले के दुल्हिन बाजार में भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने सरकार के प्रवासी मजदूरों के साथ भेदभाव करने के खिलाफ पार्टी प्रखंड कार्यालय पर एकदिवसीय भूख हड़ताल किया. कार्यकर्ताओं ने सरकार से दूसरे प्रदेश में लॉकडाउन के कारण फंसे मजदूरों की सकुशल वापसी के साथ ही सभी मजदूरों को तीन माह का राशन और 10 हजार रुपया आकस्मिक संकट भत्ता देने की मांग की.
पटना: प्रवासी मजदूरों की घर वापसी को लेकर भाकपा माले का एकदिवसीय भूख हड़ताल - भारतीय किसान खेत मजदूर संघ
सोनियावा पंचायत की महिला मुखिया संजू सिन्हा ने सरकार पर प्रवासी मजदूरों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि एपवा सहित वामपंथी संगठन सरकार के दोहरी नीति के खिलाफ एकदिवसीय भूख हड़ताल किया है.
एपवा सदस्य सह सीही पंचायत की महिला मुखिया आशा देवी ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन में फंसे हुए राज्य के प्रवासी गरीब मजदूरों के वापसी का सरकार जल्द से जल्द प्रबंध करे. साथ ही उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि कोरोना से ग्रसित होने से पहले प्रवासी मजदूरों को घर तक पहुंचाया जाय. सोनियावा पंचायत की महिला मुखिया संजू सिन्हा ने सरकार पर प्रवासी मजदूरों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि एपवा सहित वामपंथी संगठन सरकार के दोहरी नीति के खिलाफ आज एक दिवसीय भूख हड़ताल की गई है.
दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों की वापसी का मांग
वहीं, भारतीय किसान खेत मजदूर संघ के जिला महासचिव कॉमरेड जय मंगल यादव ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी मुख्यालय कार्यालय पर एक दिवसीय भूख हड़ताल कर सरकार से प्रवासी मजदूरों का सकुशल वापसी का मांग किया. साथ ही उन्होंने सरकार से दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को तत्काल तीन माह का राशन और प्रत्येक मजदूर को 10 हजार रुपया आकस्मिक संकट भत्ता देने की मांग की. मौके पर भाकपा माले और एपवा सहित भारतीय किसान मजदूर संघ के बैनर तले एक दिवसीय भूख हड़ताल में किसान मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष जय मंगल यादव, एपवा के आशा देवी, भाकपा माले प्रखंड संयोजक अनिल कुमार यादव, विजय यादव, प्रखंड सचिव अमरसेन और महिला मुखिया संजू सिन्हा भी भूख हड़ताल में शामिल हुईं.