पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar Janata Darbar) का जनता दरबार आज जारी है. सीएम सचिवालय स्थित (Chief Minister Secretariat) संवाद में जनता दरबार जारी है. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आज कई मामलों की सुनवाई की जा रही है. इस बीच जनता दरबार के बाहर एक बुजुर्ग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे. बुजुर्ग फरियादी जयप्रकाश नारायण का कहना है कि 1974 में 3 महीने के लिए जेपी आंदोलन में जेल गए थे. लेकिन हम लोगों पर मीसा और डीआर धारा नहीं लगाई गई. जिसके कारण पेंशन (Complained About JP Pension) नहीं मिल रहा है.
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जेपी आंदोलन में बड़ी संख्या में बिहार के लोगों ने भी भाग लिया था. जो लोग मीसा और डीआईआर के तहत गिरफ्तार हुए थे, उन लोगों को सरकार पेंशन दे रही है. वहीं, जनता दरबार के बाहर पहुंचे पटना के रहने वाले जयप्रकाश नारायण का कहना है कि पिछले 12 साल से आंदोलन कर रहे हैं. पेंशन के लिए बीच में 2015 में मुख्यमंत्री ने संशोधन भी किया. लेकिन उससे केवल महिलाओं को लाभ मिल रहा है. पुरुषों को अभी भी पेंशन से वंचित रखा गया है.
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जयप्रकाश नारायण का यह भी कहना है कि भागलपुर जेल में 3 महीने तक जेपी आंदोलन में जेल गए थे. लेकिन प्रशासन के लोगों ने मीसा और डीआईआर धारा नहीं लगाया. जिसके कारण सरकार पेंशन नहीं दे रही है. धारा लगाना जिला प्रशासन का काम था. उसमें आंदोलनकारियों की कोई गलती नहीं थी. जयप्रकाश मुख्यमंत्री की तारीफ भी कर रहे हैं कि उन्होंने पेंशन बढ़ाया है लेकिन जो आंदोलनकारी बच गए हैं उनके भी पेंशन के लिए गुहार लगा रहे हैं.
'मुख्यमंत्री जी ऐसे लोगों को ही पेंशन दिए हैं, जो लोग मीसा और डीआईआर के तहत जेल गए थे. धारा लगाने का काम पुलिस प्रशासन का काम है. जेपी आंदोलन में हमलोग भी जेल गए. भागलपुर के जेल में हमलोग तीन महीने तक बंद थे. पिछले 12 साल से आंदोलन कर रहे हैं. पेंशन के लिए बीच में 2015 में मुख्यमंत्री ने संशोधन भी किया. लेकिन उससे केवल महिलाओं को लाभ मिल रहा है. पुरुषों को अभी भी पेंशन से वंचित रखा गया है.' -जयप्रकाश नारायण, फरियादी