पटना:राजधानी में भारी बारिश के कारण हुए जलजमाव के बाद डेंगू महामारी की तरह बढ़ता जा रहा है. हर घर में डेंगू का खौफ कायम है. बिहार में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 1,755 के पार पहुंच चुका है. पटना का शायद ही कोई इलाका अब इससे बचा हुआ है.
113 मरीजों की पुष्टि
ताजे आंकड़ों के मुताबिक पटना में एक दिन में 113 मरीजों की पुष्टि हुई है. वहीं, एक और मरीज की मौत हो गई. पीएमसीएच से लेकर प्राइवेट अस्पताल तक सभी में रोजाना डेंगू के नए मरीज भर्ती हो रहे हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग लगातार इस पर कार्य कर रहा है और प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है.
ठंड में कम होगा आतंक
हालांकि ठंड का मौसम आते ही डेंगू के आतंक में कमी आने के असार हैं. डेंगू का बुखार सबसे अधिक जुलाई से अक्टूबर महीने के बीच की अवधि में होता है.इस मौसम में मच्छरों के पनपने की अनुकूल परिस्थितियां होती हैं. वहीं, ठंड में इनके पनपने की संख्या कम होती है.
डेंगू बुखार के क्या हैं लक्षण?
डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या घट जाती है. 1.5 लाख से 3.5 लाख के बीच रहने वाला प्लेटलेट्स यदि 20 हजार के नीचे आ जाये तो प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है. इसमें तेज बुखार के साथ हड्डियों के जोड़ों में तेज दर्द, सिर दर्द, उल्टी, मतली, आंखों में दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण शामिल हैं. सांस लेने में दिक्कत और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
कैसे बरतें सावधानी:
- अपने आसपास पानी जमा न होने दें.
- यदि पानी जमा हो तो उसपर किरोसिन डाल दें.
- गमले के पानी को दो दिन में बदल दें.
- कूलर के पानी की टंकी को सप्ताह में एक दिन खाली रखें