पटना (मसौढ़ी) : बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat Elections In Bihar) का बिगुल बज चुका है. नेता गांव की जनता को एक बार फिर से लुभाने में लग गये हैं. वहीं गांव की जनता नेताओं से बीते पांच साल का हिसाब मांग रहे हैं. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम ने धनरुआ प्रखंड के विजपुरा पंचायत (Vijaypura Panchayat) के गांवों में जाकर लोगों से हुए विकास का हाल जाना.
इसे भी पढ़ें : पंचायत चुनाव 2021: चुनावों के बहिष्कार के बाद भी नहीं बना पुल, इस बार भी बन रहा मुद्दा
पंचायत चुनाव की तैयारियों के बीच ईटीवी भारत की टीम पटना से सटे धनरुआ इलाके के विजपुरा पंचायत के कई गांवों में विकास कार्य का हाल जानने पहुंची. पंचायत के बेलदारी टोला गांव में आज भी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. नली गली, शौचालय, आवास, नल जल योजनाओं के लाभ से लोग वंचित है. करीब 500 से अधिक महादलित परिवार बेलदारी टोला गांव में रहते हैं. लेकिन आज भी जाने के लिए सड़क नहीं है.
'नल जल योजना का लाभ हम लोगों को नहीं मिल रहा है. जबकि हर गांव में नल जल लग गया है. सरकार से मिली राशि के बाद शौचालय बन गया है. लेकिन अभी भी सैकड़ों परिवारों का राशि नहीं मिलने से शौचालय से वंचित है. आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. प्रखंड कार्यालय में आवास योजना के लिए ₹20 हजार घूस मांगा जाता है. नहीं देने पर आज भी हम लोग झोपड़ी में रह रहे हैं.':- राजेश्वर मांझी, विजयपुरा महादलित बस्ती
ये भी पढ़ें:पंचायत चुनाव 2021: मतदाता पूछ रहे कितना हुआ काम
विजयपुरा पंचायत के महादलित बस्ती का भी हाल बुरा है. करीब 540 से अधिक परिवार यहां पर रहते हैं. यहां नल जल के नाम पर सिर्फ पाइप बिछा है. लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा है. शौचालय की समस्या है. वहीं मानिक बिगहा गांव का ऐसा ही हाल है. बेलदारी टोला के सुगिया देवी, रमेश्वर एवं महेश मांझी की माने तो आज तक गांव में मुखिया दर्शन देने नहीं पहुंचे हैं. गांव वालों के मुताबिक वो मुखिया को पहचानते भी नहीं हैं. घर में शौचालय नहीं रहने से ग्रामीण आज भी खुले में शौच करने को विवश हैं.
बता दें कि पंचायत चुनाव में इस बार लोग वोट की चोट से नेताओं को सबक सिखाएंगे. विकास के नाम पर धोखा करने वाले, ठगने वाले लोगों को इस बार वोट से ही सबक सिखाने का निर्णय लिया है. बता दें कि मसौढ़ी अनुमंडल क्षेत्र के मसौढ़ी प्रखंड के 17 पंचायत के 245 वार्ड में कुल 250 बूथ बनाये गये हैं. वहीं पुनपुन प्रखंड के 13 पंचायत में कुल वार्डों की संख्यां 165 है. जिसके लिये 173 बूथ बनाये गये हैं.
वहीं धनरूआ प्रखंड के 19 पंचायतों के 269 वार्डों के लिए 280 बूथ बनाये गये हैं. अनुमंडल के तीनों प्रखंड में ईवीएम सीलिंग वज्रगृह और मतगणना स्थल का चयन फाइनल कर लिया गया है. ऐसे में प्रशासन की ओर से जितने भी मतदान केंद्र बनाये गये हैं. उससे 20 प्रतिशत अधिक ईवीएम मंगाए जाएंगे. ताकि मतदान में किसी भी प्रकार की दिक्कत न आये.
बता दें कि पंचायत चुनाव के लिए 24 सितंबर, 29 सितंबर, 8 अक्टूबर, 20 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 3 नवंबर, 15 नवंबर, 24 नवंबर, 29 नवंबर, 8 दिसंबर और 12 दिसंबर को मतदान होगा. चुनाव आयोग ने बताया कि मुखिया के 8072 पद, ग्राम पंचायत सदस्य के 113307 पद, पंचायत समिति सदस्य के 11104 पद, जिला परिषद सदस्य के 1160, ग्राम कचहरी सरपंच के लिए 8072 और पंच के लिए 113307 पदों पर चुनाव होंगे. कुल 255022 पदों के लिए वोट डाले जाएंगे.