पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर ही आ रहे प्रवासी मजदूरों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराने का निर्देश दिया. जिससे कोरोना का लक्षण मिलने पर तुरंत उसकी जांच से पहचान हो सके.
बड़ी संख्या में लौट रहे प्रवासी मजदूरों और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों पर मुख्यमंत्री ने समीक्षा की. समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए.
1. मुख्यमंत्री ने पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर सभी प्रवासी मजदूरों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराने का निर्देश दिया. ताकि कोरोना से संबंधित कोई लक्षण हो तो तुरंत उसकी पहचान हो सके. इसके लिए उपयुक्त टीम गठित कर कार्रवाई सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया.
2. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्क्रीनिंग की यह प्रक्रिया लगातार जारी रखी जाए. एक अंतराल के बाद फिर स्क्रीनिंग कराई जाए और इसका फॉलोअप भी किया जाए. ताकि कोई प्रवासी मजदूर स्क्रीनिंग से ना छूटे और संक्रमण की पहचान कर कोरोना चेन को तोड़ा जा सके.
3. कोरोना संक्रमण की जांच और बचाव से संबंधित जो भी उपकरण प्राप्त हुए हैं या शीघ्र प्राप्त होने वाले हैं, उन्हें फंक्शनल करने के लिए तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. प्राप्त उपकरणों के माध्यम से टेस्टिंग में और तेजी लाने का निर्देश दिया है. सभी जिलों और चिन्हित स्वास्थ्य संस्थानों में टेस्टिंग तेजी से शुरू की जाए. इसके लिए प्रोटोकॉल के अनुसार तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.