पटना: बिहार में नीतीश कुमार वो नाम हैं जिनका दबदबा बिहार ही नहीं बल्कि बिहार के बाहर भी है. बिहार में सीएम का चेहरा नीतीश कुमार आज से नहीं बल्कि 22 सालों (Chief Minister for 8th time in 22 years) से बने हुए हैं. इस चेहरे को आज तक कोई भी बदल नहीं सका. यहां तक की एनडीए ने भी 2020 विधानसभा चुनाव में जदयू की कम सीटें होने के बावजूद नीतीश कुमार के सिर ही ताज सजाया था. फिलहाल बिहार में सीएम पद के लिए कोई ऐसा चेहरा नहीं है जो नीतीश कुमार को टक्कर दे सके. आज आठवीं बार नीतीश कुमार बतौर सीएम बिहार की कुर्सी (Nitish Kumar Will Take Oath As CM ) पर एक बार फिर से काबिज होने वाले हैं. बिहार में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी नीतीश कुमार के नाम दर्ज हो चुका है.
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2000 में सिर्फ 7 दिन के लिए बने सीएम: नीतीश कुमार 3 मार्च 2000 को पहली बार सीएम बने थे. लेकिन बहुमत से दूर होने के कारण उन्होंने 10 मार्च 2000 को पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 2005 में हुए चुनाव में बीजेपी के समर्थन से दूसरी बार सीएम के पद पर काबिज हुए. 2010 में एक बार फिर नीतीश ही सीएम बने.
2014 में छोड़ा था पद:2014 में नीतीश कुमार ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ दिया था. दरअसल लोकसभा चुनाव के दाैरान नीतीश कुमार ने भाजपा के खिलाफ चले गए थे लेकिन उस समय जनता से उनको समर्थन नहीं मिला और प्रदर्शन काफी खराब रहा. जिस कारण सीएम को पद से इस्तीफा देना पड़ा था. हालांकि नीतीश ने जीतन राम मांझी को सीएम की कुर्सी सौंप दी थी. वहीं 2015 में जब पार्टी में अंदर खाने कलह होना शुरू हुआ तो नीतीश ने जीतन राम को हटाकर एक बार फिर से कुर्सी संभाल ली.