पटना:पूर्व सांसद आनंद मोहन (Former MP Anand Mohan) और लवली आनंद की बेटी सुरभि आनंद की सगाई (Anand Mohan and Nitish Kumar meeting) के मौके पर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) समेत बिहार कैबिनेट के कई मंत्रियों का जमावड़ा लगा. लंबे अरसे बाद नीतीश और आनंद मोहन एक साथ दिखे. इसके साथ ही कई तरह की चर्चा भी होने लगी है.
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आनंद मोहन की बेटी की सगाई:आनंद मोहन की बेटी दिल्ली हाईकोर्ट में वकील आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद दिल्ली हाईकोर्ट में वकील हैं. उनकी सगाई पटना के एक होटल में हुई. इस कार्यक्रम में बिहार सरकार और विपक्ष दोनों शामिल हुए. आनंद मोहन के साथ नीतीश कुमार की तस्वीर को लेकर चर्चा इसलिए भी शुरू हो गई है, क्योंकि आनंद मोहन की रिहाई को लेकर उनकी पत्नी लवली आनंद और बेटे विधायक चेतन आनंद लगातार आंदोलन चलाते रहे हैं लेकिन नीतीश सरकार ने रिहाई को लेकर फैसला नहीं लिया. अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार है और आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है. ऐसे में नीतीश कुमार के शादी समारोह में शामिल होने के बाद यह चर्चा होने लगी है कि आनंद मोहन की जल्दी रिहाई हो जाएगी.
समारोह में मौजूद तमाम लोग
कौन-कौन सगाई में शामिल हुए?:इस सगाई समारोह में सीएम और डिप्टी सीएम के अलावे वित्त मंत्री विजय चौधरी, संजय झा, सुमित कुमार सिंह, सम्राट चौधरी, पप्पू यादव, सुनील सिंह, अरुण कुमार सिंह, नीरज कुमार बबलू, मदन मोहन झा समेत आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और बीजेपी के कई दिग्गजों ने शिरकत की.
आनंद मोहन के साथ पप्पू यादव आनंद मोहन को 15 दिनों की पैरोल:बता दें कि डीएम जी कृष्णैया मर्डर केस में सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन 15 दिनों के लिए पैरोल पर जेल से बाहर आए हैं. पूर्व सांसद आंनद मोहन को परिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर उनको 15 दिनों के लिए पैरोल मिली है. मिली जानकारी के अनुसार पूर्व सांसद आनंद मोहन की बेटी की 7 नवम्बर को रिंग सेरेमनी है. साथ ही आनंद मोहन को अपनी बूढ़ी मां से भी मिलना था.
डीएम जी कृष्णय्या हत्याकांड में उम्रकैद:दरअसल, 5 दिसंबर 1994 को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णय्या की भीड़ द्वारा की गई हत्या मामले को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन को निचली अदालत के द्वारा साल 2007 में मौत की सजा सुनाई गई थी. निचली अदालत के इस फैसले को पटना हाईकोर्ट ने दिसंबर 2008 में मौत को उम्र कैद में तब्दील करते हुए सजा बरकरार रखा था. तब से पूर्व सांसद आनंद मोहन सहरसा मंडल कारा में सजा काट रहे हैं.