पटना: बिहारी छात्रों और मजदूरों को लेकर बिहार में सियासत जारी है. एक और सरकार ने तत्परता दिखाते हुए राज्यों से मजदूरों को वापस लाने के लिए नोडल पदाधिकारियों की सूची जारी की है. वहीं, दुसरी तरफ हम पार्टी ने सरकार पर मजदूरों को ठगने के आरोप लगाया है.
'छात्रों और मजदूरों को वापस लाने के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है नीतीश सरकार'
हम नेता विजय यादव ने कहा है कि सरकार मजदूरों के साथ धोखा कर रही है. मजदूरों को बिहार वापस लाने के नाम पर सराकर केवल खानापूर्ति कर रही है. सरकार की ओर से जारी किए गए नोडल अधिकारियों के नंबर बंद हैं.
'मजदूरों को ठग रही नीतीश सरकार'
इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया है. हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा है कि सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त किए गए नोडल ऑफिसर का फोन ही नही लग रहा है. कई अधिकारियों का तो मोबाइल बंद है. वहीं, इस मामले पर पार्टी प्रवक्ता विजय यादव ने कहा है किसरकार मजदूरों के साथ धोखा कर रही है. मजदूरों को बिहार वापस लाने के नाम पर सराकर केवल खानापूर्ति कर रही है. सरकार की ओर से जारी किए गए नोडल अधिकारियों के नंबर बंद हैं. कई अधिकारी रिंग होने के बावजूद फोन ही नहीं उठा रहा है. ऐसे में प्रवासी मजदूरों को कैसे लाभ और जानकारी मिलेगी.
दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को नहीं मिल रहा है सहारा
गौरतलब है कि देश में लॉक डाउन की मियाद बढ़ाए जाने के बाद मजदूर बड़ी संख्या में बिहार लौटना चाहते हैं. बिहार सरकार ने अलग-अलग राज्यों के लिए नोडल पदाधिकारियों की सूची जारी की है. इसके लिए बाकायदा उनके फोन नंबर भी जारी कर दिए गए. जिस पर मजदूर संपर्क कर सकते हैं. लेकिन जो नंबर जारी किए गए हैं. वह स्विच ऑफ बता रहे हैं. इसको लेकर हम पार्टी ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है.