पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. इसको लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमला बोल रहा है. वहीं, जेडीयू नेता और मंत्री नीरज कुमार ने विपक्ष पर पलटवार किया है. उन्होंने लालू यादव और प्रशांत किशोर को निशाने पर लिया है.
प्रशांत किशोर के सीएम के खिलाफ आवाज उठाने के बाद जदयू कोटे से मंत्री नीरज कुमार ने मोर्चा संभालते हुए पीके पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि प्रशांत का बिहार की राजनीति में कोई अस्तित्व नहीं है. सियासी फायदे के लिए बीच-बीच में प्रशांत कुछ भी बोलते रहते हैं.
'वार्ड स्तर का चुनाव भी नहीं लड़ सकते'
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि बिहार की राजनीति में अब प्रशांत किशोर का कोई अस्तित्व ही नहीं रहा. लालू यादव को बिहार की जनता ने खारिज कर दिया है. वह वार्ड स्तर का चुनाव भी नहीं लड़ सकते. चुनाव के मद्देनजर सियासी फायदे के लिए बयानबाजी करके प्रशांत राजनीति में बने रहना चाहते हैं.
उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि इस साल का विधानसभा चुनाव महागठबंधन और एनडीए के बीच है. प्रशांत किशोर को जनता को यह बताना चाहिए कि वह किस तरफ हैं.
जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं पीके
गौरतलब है कि जदयू से बाहर निकलने के बाद प्रशांत किशोर लगातार नीतीश सरकार के खिलाफ आरोप लगाते रहे हैं. हालांकि, बीते दिनों कोरोना काल में वे राजनीति में एक्टिव नहीं थे. एक समय था जब सियासी गलियारे में पीके के नाम से फेमस प्रशांत किशाेर जदयू में नीतीश के बाद नंबर दो की कुर्सी पर थे. वे जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. लेकिन जबसे उन्हें पार्टी से हटाया गया है, तब से एनडीए पर हमलावर हो गए हैं. प्रशांत ट्वीट कर कभी जदयू तो कभी भाजपा पर हमला करते रहते हैं.
नीतीश कुमार के साथ प्रशांत किशोर (फाइल फोटो) बता दें कि बिहार में कोरोना को लेकर विपक्ष लगातार सीएम नीतीश पर हमलावर है. राजद अध्यक्ष लालू यादव और प्रशांत किशोर के निशाने पर बिहार सरकार के सीएम नीतीश कुमार हैं. जहां एक तरफ प्रशांत ट्वीट कर सरकार पर हमला बोल रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ लालू यादव ने कोरोना संकटकाल में लापरवाही को लेकर नीतीश से अप्रत्यक्ष तौर पर कई तीखे सवाल पूछे हैं.