पटना:फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल(Phulwari Sharif Terror Module) में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ जांच कर रही एनआईए ने मुजफ्फरपुर में पीएफआई के खिलाफ केस दर्ज किया है. यह एफआईआर मुजफ्फरपुर के बरुराज थाने में दर्ज की गई है. रेयाज मारूफ उर्फ बब्लू और कादिर अंसारी समेत पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है. दअरसल एनआईए को पता चला कि पीएफआई नेपाल के सटे बिहार के मोतिहारी और मुजफ्फरपुर जिलों में युवाओं को संगठन से जोड़ने के लिए नेटवर्क तैयार कर रहा है.
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मुजफ्फरपुर में पीएफआई के खिलाफ केस दर्ज: आपको बता दे कि कादिर अंसारी मुजफ्फरपुर के परसौनी का रहने वाला है. इसके अलावा पूर्वी चम्पारण निवासी और पीएफआई के चार सक्रिय सदस्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इनमें चकिया थाना क्षेत्र के हरपुर गांव का रहने मो. इरशाद, चकिया थाना क्षेत्र के ही कुनवा गांव का रहने वाला रेयाज मारूफ उर्फ बबलू, मेहसी थाना क्षेत्र के मोबलापुर का रहने वाला याकूब खान उर्फ सुल्तान और मेहसी थाना क्षेत्र के कसबा गांव का मो अफरोज शामिल है.
पीएफआई पर एनआईए का शिकंजा:इन सभी पर पीएफआई के मॉड्यूल पर काम करते हुए युवकों को गुमराह कर आतंक के रास्ते पर लाने का आरोप है. हालांकि फिलहाल एनआई का अनुसंधान जारी है. दरअसल देश स्तर पर सितंबर 2022 में पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया था. इसके बावजूद बिहार के मुजफ्फरपुर में पीएफआई की गतिविधियां जारी रही है. जिले के बरूराज थाने के परसोंथीनाथ गांव में कादिर के घर पर अक्टूबर 2022 में युवाओं को संगठन भर्ती के लिए बैठक और रैली की गई थी.
क्या है फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल:आपको याद दिलाएं कि 14 जुलाई 2022 को पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में पटना पुलिस की एटीएस और एनआईए की संयुक्त टीम ने पीएफआई के एक प्रशिक्षण शिविर का खुलासा किया था. इस दौरान भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने के लिए पीएफआई के मिशन 2047 के बारे में दस्तावेज जब्त हुए थे. जिसके बाद कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.