पटना: बिहार विधानसभा का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है. 17वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र में प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिला रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष का चयन भी इसी सत्र में होना है. पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव का नाम अध्यक्ष पद के लिए लगभग तय माना जा रहा है.
UPDATE :-
- अख्तरुल इमान ने उर्दू में शपथ लेने के दौरान हिंदुस्तान की जगह भारत का उच्चारण किया, विधानसभा में हुआ हंगामा
- विजेंद्र यादव, शीला कुमारी, राम सूरत राय, शकील अहमद खान, मिथिलेश कुमार ने ली शपथ
- प्रमोद कुमार, समीर महासेठ, शीला मिश्रा, नीतीश मिश्रा, ललित यादव, संजय सरावगी, मदन सहनी ने ली शपथ
- मुरारी मोहन झा, निरंजन राय ने ली शपथ
- राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव, अशोक कुमार चौधरी ने ली शपथ
- अनिल कुमार सहनी, अरुण कुमार सिंह ने ली शपथ
- अशोक कुमार सिंह, राजू कुमार सिंह ने ली शपथ
- प्रेम शंकर प्रसाद, भागीरथी देवी ने लिया शपथ
- पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व मंत्री विजय चौधरी ने ली शपथ
- सबसे पहले दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी ने ली शपथ
- तेजस्वी और तेज प्रताप पहुंचे विधानसभा, राजद विधायकों ने किया स्वागत
- विधायक हिंदी, संस्कृत, इंग्लिश और मैथिली में ले रहे हैं शपथ
- अशोक चौधरी आज शिक्षा विभाग का पदभार ग्रहण करेंगे
- विधानसभा के सेंट्रल हाल में विधायकों का चल रहा शपथ ग्रहण
- विधानसभा की कार्यवाही शुरू
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे विधानसभा, कई सदस्यों ने किया स्वागत
- पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पहुंचे विधान परिषद
- कांग्रेस विधायक तख्ती लेकर सदन के बाहर कर रहे प्रदर्शन
- विधानसभा सत्र के लिए विधायकों का आना शुरू
- एक सौ से अधिक इस बार नए विधायक चुनकर आए हैं विधानसभा
- नए विधायकों का कहना है कि जनता के बीच जो वादा किया है उसे पूरा करने की करेंगे कोशिश
विस का शीतकालीन सत्र
आज से शुरू हो रहे इस सत्र में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. आरजेडी जिन मुद्दों को लेकर चुनाव में गया था उन्हीं मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगा. आरजेडी के विधायकों ने पहले ही कह दिया है कि जब हमने 10 लाख नौकरी देने की बात कही तो एनडीए ने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. अब उन्हें यह वादा पूरा करना होगा. हम सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे, जब तक कि वह जनता से किए गए अपने वादे पूरे नहीं करते हैं.